रुपया डबल कराते थे बिहार के नेताजी, 10 लाख की ठगी के मामले में पुलिस ने दबोचा

रुपया डबल कराते थे बिहार के नेताजी, 10 लाख की ठगी के मामले में पुलिस ने दबोचा

MUNGER: नोट दोगुना करने का झांसा देकर ओडिशा के एक कारोबारी से 10 लाख रुपए ठगने वाले गिरोह का मुंगेर पुलिस ने खुलासा किया है। मुंगेर पुलिस ने मामले में गिरोह को 6 सदस्यों को 10 लाख रुपए के साथ गिरफ्तार किया है। जालसाजी के शिकार हुए ओडिशा के कारोबारी की शिकायत पर पुलिस ने यह कार्रवाई की। गिरफ्तार जालसाजों में से एक शेखपुरा के बरबीघा सीट से विधानसभा का चुनाव लड़ चुका है।


पूरे मामले पर एसपी जगुनाथ जलारेड्डी ने बताया कि ओडिशा में सुपौल के रहने वाले सुरेश कुमार ने रुपए डबल कराने का झांसा देकर ओडिशा के प्लास्टिक कारोबारी रंजन कुमार विश्वल को सुपौल बुलाया था। सुरेश पीड़ित कारोबारी की कंपनी में मैनेजर का काम करता था। पीड़ित कारोबारी सुरेश के झांसे में आ गया और वह 10 लाख रुपए लेकर सुपौल पहुंच गया। सुपौल पहुंचने के बाद कारोबारी आरोपी सुरेश के साथ एक होटल में ठहरा हुआ था। जहां सुरेश के बुलाने पर शंभू सिंह और नंद किशोर नाम के दो शख्स होटल पहुंचे और कारोबारी से थोड़ी देर में पैसे डबल करने की बात कह 10 लाख रुपए लेकर चलते बनें।


काफी देर तक जब दोनों पैसे लेकर वापस नहीं लौटे तो कारोबारी  ने उन्हे फोन लगाया लेकिन सभी के मोबाइल बंद मिले। जिसके बाद पीड़ित कारोबारी कोतवाली थाने पहुंचा और पुलिस को घटना की जानकारी दी। जिसके बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए एक आरोपी सुरेश को धर दबोचा। सुरेश की निशानदेही पर पुलिस ने पुलिस ने शेखपुरा जिला अंतर्गत शेखपुरा थाना के अंबेडकर नगर के जाल साज उमेश कुमार सुमन के घर स्थानीय पुलिस की मदद से छापेमारी की। जहां से पुलिस ने ठगी के 10 लाख रुपए के साथ मास्टर माइंड मुंगेर निवासी शंभू सिंह समेत  5 जालसाज भागलपुर निवासी नंदकिशोर यादव, लखीसराय निवासी संजय कुमार और भागलपुर निवासी नंदकिशोर यादव को गिरफ्तार किया कर लिया।


शेखपुरा पुलिस के मुताबिक गिरफ्तार उमेश कुमार सुमन उपेंद्र कुशवाहा के पुराने दल राष्‍ट्रीय लोक समता पार्टी का जिलाध्यक्ष रहने के साथ ही दलित सेना का भी जिलाध्‍यक्ष रह चुका है। बताया जा रहा है कि उमेश कुमार सुमन लोजपा के टिकट से बरबीघा सीट से विधानसभा का चुनाव भी लड़ चुका है। एसपी ने बताया कि गिरफ्तार जालसाज नकली एजेंसी बनाकर नोट डबल करने का झांसा देकर लोगों से रुपए ठगकर फरार हो जाते थे।