RLSP की उपवास पॉलिटिक्स, बिहार सरकार को कोरोना संकट में लिया निशाने पर

RLSP की उपवास पॉलिटिक्स, बिहार सरकार को कोरोना संकट में लिया निशाने पर

PATNA : कोरोना महामारी और लॉकडाउन के बीच रालोसपा के नेताओं ने आज उपवास रखा। पार्टी प्रमुख उपेन्द्र कुशवाहा उपवास पर बैठे वहीं पटना में प्रवक्ता अभिषेक झा ने भी अपने घर पर सरकार के खिलाफ धरना दिया।उपेन्द्र कुशवाहा ने कहा कि कोरोना वायरस के कारण जो स्थिति बनी हैं सब लोग लॉकडाउन में हैं लेकिन लॉकडाउन में लोग भूखमरी के शिकार हो रहे हैं। सरकार के सारे दावे फेल हैं।


रालोसपा अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि पूरे प्रदेश में गरीबों के समक्ष रोजी-रोटी और उससे उत्पन्न भुखमरी की समस्‍या आ गयी है, इस पर नीतीश सरकार को ध्‍यान देने की जरूरत है।सरकार भले की दावा कर रही है कि वे सभी को राहत पहुंचा रहे हैं लेकिन सरकार का दावा पूरी तरह फेल है।वहीं प्रवक्ता अभिषेक झा ने कहा कि कोटा समेत तमाम जगहों पर फंसे बिहार से बाहर पढ़ने गए छात्रों की  हालत खराब है। उन्‍होंने कहा कि लॉकडाउन की आड़ में पुलिस अपनी बर्बरता की अपनी सीमा पार कर चुकी है।


आरएलएसपी की तरफ से उपवास का नाम दिया गया है, ‘सत्याग्रह की आस, आओ करें उपवास’। इस उपवास में सात सूत्री मांगें भी की गई हैं। पार्टी की तरफ से बिहार सरकार से मांग की गई है कि सभी जरूरतमंदों को फिलहाल बिना राशनकार्ड देखे यानी आधार कार्ड या मतदान पहचान पत्र के आधार पर ही राशन उपलब्ध करवाया जाए। बेगूसराय के नावकोठी और औरंगाबाद के गोह में राज्य के अन्य कई हिस्सों में पुलिस द्वारा की गई बर्बरतापूर्ण कार्रवाई के खिलाफ भी ये उपवास रखा गया है।


इसके अलावा बिहार के बाहर फंसे प्रवासी मजदूरों, विद्यार्थियों और दूसरे लोगों की बिहार वापसी की मांग भी शामिल है। आरएलएसपी ने बेमौसम बारिश, आंधी-तूफान, ओलावृष्टि और लॉकडाउन के कारण फसल कटाई में हो रही देरी के चलते किसानों की हुई क्षति की भरपाई की मांग की गई है।