KHAGARIA : बिहार में पंचायत चुनाव के दौरान विधायकों और सांसदों के परिवार वालों को भी हार का मुंह देखना पड़ा है. नई और दिलचस्प खबर एक बार फिर खगड़िया जिले से सामने आई है. यहां आरजेडी के विधायक की पत्नी पंचायत चुनाव में हार गई हैं. खबर अलौली विधायक से जुड़ी हुई है.
अलौली के आरजेडी विधायक के रामवृक्ष सदा की पत्नी सुशीला देवी पंचायत चुनाव में अपनी किस्मत आजमा रही थी. लेकिन उन्हें हार का मुंह देखना पड़ा. वहीं खगड़िया से आरजेडी के जिला अध्यक्ष कुमार रंजन की पत्नी भी बुरी तरह पंचायत चुनाव में हार गई हैं. बता दें इसके पहले अलौली के पूर्व विधायक चंदन कुमार पंचायत चुनाव में खुद हार गए थे.
विधायक की पत्नी को मिली हार
साल 2020 के विधानसभा चुनाव में आरजेडी ने अलौली विधानसभा सीट से चंदन कुमार का टिकट काटकर रामवृक्ष सदा को उम्मीदवार बनाया था. रामवृक्ष सदा विधानसभा का चुनाव भी जीते लेकिन इस बार पंचायत चुनाव में उन्होंने अपनी पत्नी सुशीला देवी को जिला परिषद संख्या 2 से उम्मीदवार बनाया. अपनी पत्नी को जीत दिलाने के लिए विधायक ने एड़ी चोटी का जोर लगा दिया. लगातार चुनाव अभियान भी चला लेकिन आखिरकार नतीजे उनके खिलाफ. सुशीला देवी जिला परिषद के लिए चुनाव हार गई. जहां इस सीट पर सत्यनारायण पासवान ने जीत हासिल की. उन्हें 7207 वोट मिले जबकि सुशीला देवी मुकाबले में काफी पीछे रह गई. बता दें सुशीला देवी को केवल 2977 वोट मिले.
आरजेडी के जिलाध्यक्ष की पत्नी भी हारीं
ऐसा नहीं है कि पंचायत चुनाव में खगड़िया के अंदर केवल विधायक की पत्नी को ही हार का सामना करना पड़ा बल्कि आरजेडी के जिलाध्यक्ष कुमार रंजन की पत्नी भी बुरी तरह से चुनाव हार गई. आरजेडी जिला अध्यक्ष कुमार रंजन की पत्नी रेणु कुमारी जिला परिषद संख्या 1 से चुनाव मैदान में उतरी थी. लेकिन जेल में बंद एक युवा नेता रजनीकांत कुमार इस चुनाव में जीत हासिल हुई. रजनीकांत को 12621 वोट मिले जबकि रेणु कुमारी इस चुनाव में केवल 3883 वोट हासिल कर पायीं. आपको याद दिला दें कि इसके पहले अलौली विधानसभा से आरजेडी के पूर्व विधायक रहे चंदन कुमार मुखिया का चुनाव हार गए थे.