ब्रेकिंग न्यूज़

Census 2026-27: दो चरणों में होगी देश की जनगणना, पहली बार जातीय आंकड़े भी होंगे शामिल! Parliament Monsoon Session2025: 21 जुलाई से 12 अगस्त तक चलेगा संसद का मॉनसून सत्र, विपक्ष की विशेष सत्र की मांग पर सरकार ने दिया जवाब Vande Bharat Patna Bhopal: बिहार की जनता को मिलने वाली है एक और वंदे भारत एक्सप्रेस की सौगात! Bihar Teacher: शिक्षा सुधार की दिशा में नीतीश सरकार का बड़ा कदम, 6.5 लाख शिक्षकों को अब सीधा लाभ राजकुमार हत्याकांड:डॉक्टर और पुलिस अधिकारियों की गिरफ्तारी का कोर्ट ने दिया आदेश, 16 जून तक हर हाल में पेश करने को कहा Bihar news: डॉक्टर की पिटाई का मामला: तेजस्वी बोले– “बिहार में हालात तालिबान से भी बदतर” मुजफ्फरपुर रेप कांड: जन सुराज के प्रदेश अध्यक्ष मनोज भारती के नेतृत्व में राज्यपाल से मिला प्रतिनिधिमंडल Bihar Crime News: रिटायर्ड शिक्षक और पूर्व पंचायत समिति सदस्य की गोली मारकर हत्या, छापेमारी जारी Bihar Crime News: छात्र का शव बरामद होने से मचा हड़कंप, परिजनों का गंभीर आरोप Bihar Education News: अब JDU दफ्तर में मुश्किल में फंसे शिक्षा मंत्री, इधर-उधर भागना पड़ा ! पुलिस बुलाकर सुरक्षित बाहर निकाला गया, वजह क्या थी जानें...

लोकसभा चुनाव की हार को भुला नहीं पा रहा झारखंड राजद, एक के बाद एक पार्टी नेता छोड़ रहे दल

1st Bihar Published by: 17 Updated Sun, 25 Aug 2019 02:47:04 PM IST

लोकसभा चुनाव की हार को भुला नहीं पा रहा झारखंड राजद, एक के बाद एक पार्टी नेता छोड़ रहे दल

- फ़ोटो

DESK: लोकसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद झारखंड राजद में नेताओं के दल छोड़ने का सिलसिला जारी है.  एक तरफ जहां पार्टी में नए सदस्य बनाने को लेकर अभियान चलाया जा रहा है, तो वहीं दूसरी ओर एक के बाद एक पार्टी के पुराने सदस्य पार्टी को अलविदा कह रहे हैं. इसी बीच पार्टी को एक और झटका लगा है राजद पार्टी के महासचिव मनोज पांडे ने प्रदेश नेतृत्व पर गंभीर आरोप लगाते हुए राजद से इस्तीफा दे दिया है. आपको बता दें कि लोकसभा चुनाव से पहले अन्नपूर्णा देवी का पार्टी छोड़ जाना और अब विधानसभा चुनाव से पहले एक के बाद एक पार्टी नेताओं का दल छोड़ना राजद के लिए शुभ संकेत नहीं है. वहीं चुनावों में हार से निराश दूसरे बड़े नेता भी पार्टी दफ्तर में कम ही नजर आते हैं. झारखंड में विधानसभा  का चुनाव नजदीक है ऐसे में पार्टी नेताओं की ये बेरुखी पार्टी की संभावनाओं पर बड़े सवाल खड़े कर सकती है.