MUZAFFARPUR: जिले में एक बार फिर रिश्ते को तार तार करने का मामला सामने आया है मामला जिले के मुसहरी थाना क्षेत्र के एक गाँव का है जहाँ एक रिश्ते के नाना पर अपने नावालिग नतनी से छेड़खानी का आरोप लगा है। पीड़िता बच्ची के परिजनों ने इस मामले को लेकर स्थानीय मुसहरी थाना पुलिस को दी जिसके बाद आरोपित रिश्ते के नाना मो.कादिर को धर दबोचा ।
चॉकलेट के बहाने एक बन्द घर में ले जाकर की अश्लील हरकत
स्थानीय सूत्रों की माने तो रिश्ते के नाना आरोपित मो.कादिर ने उक्त बच्ची को चॉकलेट देने के बहाने एक घर मे ले गया और करने लगा अश्लील हरकत जिसके बाद बच्ची रोने और चिल्लाने लगी तो छोड़ कर आरोपित भाग निकला जिसके बाद बच्ची ने अपने परिजनों से बताई आप बीती ।
पंचायती की बात पर आरोपित की गाँव मे हुई पिटाई
स्थानीय लोगों की माने तो घटना के बाद स्थानीय स्तर पर पंचायती कर मामला को रफा दफा करने की बात हुई जिसका आरोपित ने विरोध किया जिसके बाद स्थानीय उनके रिश्तेदार द्वारा आरोपित से मारपीट भी की गई । उसके उपरांत हुआ स्थानीय पुलिस में केस दर्ज ।
पुलिस पर बेरहमी से पिटाई का आरोप,बेहोश होने पर भेजा अस्पताल
वही आवेदन मिलने के बाद मुसहरी थाना पुलिस ने आरोपित को धर दबोचा और फिर थाना लाकर कर दी जमकर पिटाई जिससे आरोपित मो.कादिर बेहोश हो गया जिसके बाद आनन फानन में पुलिस कर्मियों ने उसे स्थानीय मुसहरी पीएचसी में भर्ती कराया जहां से उसे मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया । पुलिस पर पिटाई का आरोप स्थानीय लोगों के साथ साथ आरोपित के ससुर मो.सकुर ने लगाया और कहा कि इतनी बेदर्दी से पिटाई पुलिस कर्मियों ने की है कि ऊपर वाला भी मेरे दामाद को अब बचा सकता है गम्भीर हालत में मेडिकल कॉलेज में इलाज़ चल रहा है ।
डीएसपी ने कहा आरोप की होगी जाँच आरोपित को भेजा जा रहा जेल
वही पूरे मामले में पूछे जाने पर डीएसपी पूर्वी मनोज पाण्डेय ने कहा कि छेड़खानी का आरोप लगाया गया है पीड़ित परिवार के द्वारा जिसके बाद पुलिस ने आरोपित व्यक्ति को गिरफ्तार कर ली है । जहां तक परिजनों का पुलिस पर पिटाई करने का आरोप है वह निराधार है आरोपो की जाँच पड़ताल होगी । फिलहाल आरोपित मो.कादिर को जेल भेजा जा रहा है।
मुसहरी पुलिस की कार्यशैली पर लोग उठा रहे है सवाल
वही इस घटना के बाद स्थानीय लोगों और जनप्रतिनिधियों द्वारा मुसहरी थाना पुलिस पर बर्बरता पूर्ण पिटाई करने का आरोप लगाया जा रहा है और यह भी कहा जा रहा है कि थानेदार नरेन्द्र कुमार जो मुसहरी के है उनका क्रिया कलाप पूरा जिला जानता है जहां भी रहे है विवादों में रहे है जिस तरह से मारपीट की गई है वह बहुत बुरा है अगर मारपीट नही हुई है तो पीएचसी में इलाज के बाद मेडिकल कॉलेज क्यों गया है और वहां के डॉक्टर द्वारा गम्भीर हालत होने पर ही इलाज़ के लिए भर्ती कराया गया है । पुलिस इसको भी झूठा साबित करेगी । डीजीपी साहेब अच्छी पुलिस की बात करते है लेकिन थानेदार की कार्यशैली भी जांच पड़ताल होनी चाहिए । जहां जहाँ रहे है वहां वहां से डिटेल वरीय अधिकारियों को पता करना चाहिए ।