RCP सिंह की शिकायत करने वाले JDU नेता ने कहा..पार्टी की छवि बचाने के लिए आलाकमान से की शिकायत

RCP सिंह की शिकायत करने वाले JDU नेता ने कहा..पार्टी की छवि बचाने के लिए आलाकमान से की शिकायत

NALANDA: जेडीयू ने अपनी ही पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह पर पार्टी में रहते हुए अकुत संपत्ति अर्जित करने का आरोप लगाया है। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने नोटिस जारी कर आरसीपी से जवाब मांगा है। रहुई के प्रखंड अध्यक्ष राकेश मुखिया की नजर पहले से ही आरसीपी पर थी। जब साक्ष्य मिला तब उन्होंने इस बात की शिकायत पार्टी के आलाकमान से की। क्योंकि पार्टी और पार्टी के मुखिया नीतीश कुमार की छवि धूमिल हो रही थी। 



राकेश मुखिया ने बताया कि आरसीपी सिंह की वजह से पार्टी की छवि धूमिल हो रही थी और क्षेत्र में वोट का प्रतिशत भी कम हो रहा था। यही नहीं राकेश मुखिया कहते हैं कि पब्लिक के बीच इस बात की चर्चा जोर-शोर से थी कि आरसीपी सिंह घोटालेबाज हैं। रहुई के प्रखंड अध्यक्ष ने बताया कि पार्टी की छवि बचाने के लिए हमने पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष को पत्र लिखा और पूरी बातों की जानकारी दी।


मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को अक्सर यह कहते आपने भी सुना होगा कि बिहार में हमारी सरकार है हम ना तो किसी को बचाते हैं और ना ही फंसाते हैं। जीरो टॉलरेंस की बात करने वाली नीतीश सरकार अपनी इस नीति के तहत अपनी ही पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्र में मंत्री रह चुके आरसीपी सिंह पर जांच बिठा दी है।


यह बात सबूत के साथ सामने आई भी है कि आरसीपी सिंह और उनके परिवार ने 2013 से अब तक अकूत संपत्ति अर्जित की है। कुछ पत्नी के नाम तो कुछ दोनों बेटियों के नाम से हैं। खास बात यह है कि संपत्ति का ब्योरा जेडीयू के ही नेताओं ने जुटाया है। जेडीयू ने जो दस्तावेज जुटाए उसके अनुसार 2013 से अब तक नालंदा जिले के सिर्फ दो प्रखंड अस्थावां और इस्लामपुर में करीब 40 बीघा जमीन आरसीपी सिंह ने खरीदी है। 


इसके अलावा कई और जिलों में भी संपत्ति बनाई है। आरसीपी सिंह की पत्नी (गिरजा सिंह) और दोनों बेटियों यानी लिपि सिंह एवं लता सिंह के नाम पर ज्यादात्तर जमीन है। सबसे बड़ी बात है कि 2016 के चुनावी हलफनामे में आरसीपी सिंह ने इन संपत्तियों के बारे में कोई भी जिक्र नहीं किया है। 


रहुई प्रखण्ड अध्यक्ष राकेश मुखिया ने कहा कि आरसीपी के काले कारनामों पर बहुत दिनों से नजर थी। जब इनके खिलाफ साक्ष्य मिला तब उन्होंने इस बात की शिकायत अलाकमान से की। राकेश मुखिया ने कहा कि इनके काले कारनामे के कारण पार्टी और पार्टी के मुखिया नीतीश कुमार की छवि धूमिल हो रही थी। इसलिए इसकी शिकायत आलाकमान से की।