राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री से मनीष कश्यप की अपील, कहा- बिहार में नहीं मिलेगा न्याय इसलिए मेरा केस दूसरे स्टेट में भेजें

राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री से मनीष कश्यप की अपील, कहा- बिहार में नहीं मिलेगा न्याय इसलिए मेरा केस दूसरे स्टेट में भेजें

DESK: यूट्यूबर मनीष कश्यप का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है जिसमें मनीष देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से यह गुहार लगाते दिख रहे है कि उनका केस किसी दूसरे राज्य में ट्रांसफर किया जाए क्योंकि उनको लगता है कि बिहार में उन्हें न्याय नहीं मिलेगा।  


मनीष कश्यप ने अपने केस को किसी दूसरे राज्य में ट्रांसफर करने की मांग की है। हालांकि सोशल मीडिया पर वायरल इस वीडियो की पुष्टि फर्स्ट बिहार नहीं करता है। बताया जाता है कि मनीष कश्यप का यह वायरल वीडियो 22 सितंबर का है। जिसमें वह बिहार पुलिस पर कई सवाल उठा रहा है। मनीष कश्यप का यह कहना है कि बिहार और तमिलनाडु को छोड़ उनके केस को अन्य किसी राज्य में ट्रांसफर किया जाए क्योंकि उन्हें लगता है कि इन दो राज्यों में उन्हें इंसाफ नहीं मिल पाएगा। 


गौरतलब है कि 22 सितंबर को मनीष कश्यप को पेशी के लिए पटना कोर्ट में लाया गया था। तब उन्होंने लालू परिवार पर जमकर भड़ास निकाली थी। मनीष कश्यप ने कहा था कि छह महीने से वो चुप था लेकिन अब तो हद हो गयी है मुझे गंजेरी, नशेड़ी के बीच में बिठा दिया जाता है। वे लोग मेरे मुंह पर सिगरेट का धूंआ फूंकते है जिससे मेरे सिर में दर्द होने लगता है लेकिन पुलिस वाले कुछ नहीं करते। इस दौरान मनीष कश्यप ने कहा था कि एक दिन हम बिहार में सरकार बनाएंगे और बताएंगे कि कैसा सरकार चलती है। मुझे झुकाने की कोशिश की जा रही है लेकिन उनकों मैं बता देना चाहता हूं कि मैं फौजी का बेटा हूं, चारा चोर का बेटा नहीं हूं। इन लोगों के आगे कभी नहीं झुकूंगा। यह हथकड़ी इमानदार आदमी के हाथ में लगी है। मेरे दादा चीन से युद्ध लड़े और मेरे पिता जी पाकिस्तान से युद्ध लड़ चुके हैं। 


कोर्ट में पेशी के दौरान ज्यूडिशियल कस्टडी में रहते मनीष कश्यप ने पत्रकारों से बात की थी इस मामले में पांच पुलिसकर्मियों को सस्पेंड किया गया था। पुलिस मुख्यालय ने काम में लापरवाही का आरोप इन पुलिस कर्मियों पर लगाया था। मनीष कश्यप के एस्कॉर्ट में शामिल पांच पुलिसवालों को तीन दिन बाद सस्पेंड कर दिया गया। जब मनीष कश्यप मीडिया से बात कर रहे थे तब उनके एस्कॉर्ट टीम में शामिल पुलिस कर्मी भी वही खड़े थे। इन सभी से पुलिस मुख्यालय ने स्पष्टीकरण भी मांगा था।