रंगरेलियां मनाते पकड़े गये प्रेमी युगल, पिटाई के बाद चेहरे पर चूना लगा पूरे गांव में घुमाया

रंगरेलियां मनाते पकड़े गये प्रेमी युगल, पिटाई के बाद चेहरे पर चूना लगा पूरे गांव में घुमाया

SUPAUL: प्रेमिका के घर रंगरेलियां मनाते ग्रामीणों ने प्रेमी युगल को पकड़ा। भीड़ ने तालिबानी सजा सुनाते हुए ना सिर्फ दोनों की जमकर धुनाई की बल्कि हाथों को बांधकर और चेहरे पर चूना पोतकर पूरे गांव में घुमाया। इस दौरान किसी ने वीडियो बना डाला और इसे सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया जो तेजी से वायरल हो रहा है। 


मामला सुपौल जिले के छातापुर थानाक्षेत्र स्थित वार्ड संख्या 6 का है। जहां तीन बच्चों के पिता को तीन बच्चों की मां के साथ रंगरेलियां मनाते गांव वालों ने पकड़ लिया। इस बात से आक्रोशित ग्रामीणों ने तालिबानी सजा सुनाते हुए प्रेमी युगल के चेहरे पर कालिख पोत कर पूरे गांव में घुमाया। इस दौरान लोगों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। इसे लेकर गांव में चर्चा का बाजार गर्म हो गया।


प्रेमी की पहचान छातापुर के वार्ड 6 निवासी मो. मुर्शिद के रूप में हुई है जो तीन बच्चों का पिता है। वही महिला भी तीन बच्चों की मां है। महिला का पति पंजाब में मजदूरी करता है। बीती रात मुर्शिद अपनी प्रेमिका से मिलने उसके घर पर पहुंच गया। इसकी भनक गांव वालों को लग गयी। गांव के लोगों ने दोनों को घर में रंगे हाथ पकड़ लिया। 


बताया जाता है कि दोनों के बीच अवैध संबंध की जानकारी ग्रामीणों को पहले से थी। ग्रामीण दोनों को रंगे हाथ पकड़ने के लिए कई दिनों से लगे थे। बीती रात दोनों को ग्रामीणों ने पकड़कर पहले तो जमकर पिटाई कर दी फिर चेहरे पर कालिख पोतकर दोनों को पूरे गांव में घुमाया गया। इस दौरान दोनों प्रेमी युगल भविष्य में कभी एक दूसरे से नहीं मिलने की कसमें खाते रहे लेकिन भीड़ ने दोनों की बातों को अनसुना कर दिया। मौके पर पहुंची पुलिस से ग्रामीण दोनों की शादी कराने की बात कह रहे थे।


रातभर दोनों के हाथों को बांध कर पिटाई की गयी। जब मुर्शिद अचेत होकर गिर पड़ा तब भीड़ ने उसे छोड़ दिया। महिला का कहना था कि उसकी तबीयत खराब थी इसलिए मुर्शिद दवा लेकर उसके घर आया था लेकिन तभी ग्रामीणों ने उसकी पिटाई कर दी। इस दौरान उसकी भी पिटाई की गयी और चेहरे पर कालिख पोतकर पूरे गांव में घुमाया गया। 


थानाध्यक्ष अभिषेक अंजन ने बताया कि जब इस मामले की सूचना पुलिस को मिली तब मौके पर पुलिस की टीम को भेजा गया था। लेकिन स्थानीय लोग अपने स्तर से मामले को निपटारे की बात कहने लगे। ग्रामीणों की तरफ से अब तक आवेदन नहीं मिला है। वही त्रिवेणीगंज एसडीपीओ गणपति ठाकुर ने बताया  कि किसी को कानून हाथ में लेने की इजाजत नहीं है। पुलिस को इस मामले की जांच का आदेश दिया गया है।