Bihar Teacher: शिक्षा सुधार की दिशा में नीतीश सरकार का बड़ा कदम, 6.5 लाख शिक्षकों को अब सीधा लाभ राजकुमार हत्याकांड:डॉक्टर और पुलिस अधिकारियों की गिरफ्तारी का कोर्ट ने दिया आदेश, 16 जून तक हर हाल में पेश करने को कहा Bihar news: डॉक्टर की पिटाई का मामला: तेजस्वी बोले– “बिहार में हालात तालिबान से भी बदतर” मुजफ्फरपुर रेप कांड: जन सुराज के प्रदेश अध्यक्ष मनोज भारती के नेतृत्व में राज्यपाल से मिला प्रतिनिधिमंडल Bihar Crime News: रिटायर्ड शिक्षक और पूर्व पंचायत समिति सदस्य की गोली मारकर हत्या, छापेमारी जारी Bihar Crime News: छात्र का शव बरामद होने से मचा हड़कंप, परिजनों का गंभीर आरोप Bihar Education News: अब JDU दफ्तर में मुश्किल में फंसे शिक्षा मंत्री, इधर-उधर भागना पड़ा ! पुलिस बुलाकर सुरक्षित बाहर निकाला गया, वजह क्या थी जानें... पशु चिकित्सा परिषद् का बनेगा प्रशासनिक भवन, नीतीश सरकार ने 27.68 करोड़ की दी स्वीकृति, कहां बन रहा नया भवन जानें... Road Accident: 2 ट्रकों की भीषण टक्कर में चालकों की मौत, NH-31 पर 10 KM लंबा जाम Bihar News: पटना के एक CO ने DCLR के साथ की थी गाली गलौज, DM की रिपोर्ट पर सरकार ने किया सस्पेंड
1st Bihar Published by: Updated Wed, 20 Oct 2021 04:28:31 PM IST
- फ़ोटो
RANCHI : बुधवार को झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने मोरहाबादी मैदान में सहायक पुलिसकर्मियों से मुलाकात की. सहायक पुलिसकर्मियों की मांग को जायज बताते हुए उन्होंने हेमंत सरकार से मांगों को जल्द पूरा करने को कहा. इस दौरान रघुवर दास सहायक पुलिसकर्मियों के साथ काफी देर तक बैठे और उन्होंने ये कहा कि अगर झारखंड सरकार ने मांगों को पूरा नहीं किया तो वह धरने पर बैठेंगे.
पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि सहायक पुलिसकर्मियों की मांगें जायज हैं. सरकार 7 दिन के अंदर इनकी मांगों को पूरा करे नहीं तो वे भी इनके साथ धरने पर बैठेंगे. उन्होंने अपनी सरकार में 2200 सहायक पुलिसकर्मियों की बहाली इस उद्देश्य से की थी कि सुदूर इलाके में रहने वाले युवा नक्सलवाद की राह न पकड़ें. उन्हें रोजगार के साथ-साथ राज्य की सेवा करने का मौका भी मिले.
गौरतलब हो कि सहायक पुलिसकर्मियों की नियुक्ति 2 साल के लिए हुई थी और उन्हें तीन साल का एक्सटेंशन दिये जाने का प्रावधान था. साथ ही सिपाही नियुक्ति में प्राथमिकता देने की भी बात थी लेकिन ऐसा नहीं हुआ. रघुवर दास ने कहा कि सरकार इन सहायक पुलिसकर्मियों की मांगों को अनसुना करके संवेदनहीनता का परिचय दे रही है. उन्होंने सरकार से अविलंब पुलिसकर्मियों का मानदेय बढ़ाने, सिपाही नियुक्ति में प्राथमिकता और सिपाहियों के रिटायरमेंट के बाद खाली हुए जगहों पर प्राथमिकता के आधार पर उनकी नियुक्ति करने की मांग की.
जब पूर्व मुख्यमंत्री सहायक पुलिसकर्मियों से मुलाकात कर रहे थे तो इस दौरान एक सहायक पुलिसकर्मी फफक-फफककर रो पड़ा. उसने कहा कि इतने दिनों से धरने पर बैठने के बाद भी कुछ नहीं हुआ. उसकी पूरी जिंदगी बर्बाद हो गई. करियर बर्बाद हो गया. घर और परिवार को बोझ कंधे पर है. कुछ समझ में नहीं आ रहा है कि आखिर वह क्या करे. सरकार ने जो नीति बनाई, हमने उसी तरीके से नौकरी की. इसमें हमारी क्या गलती है. सरकार को हमारी मांग पूरी करनी पड़ेगी.