BIHAR CRIME: स्वर्ण व्यवसायी हत्याकांड का खुलासा, पति-पत्नी और साली गिरफ्तार, अवैध संबंध बना घटना का कारण BIHAR CRIME: बीवी ने आशिक के साथ मिलकर कर दी पति की हत्या, 20 लाख कैश और जमीन की लालच में रच दिया खौफनाक साजिश Bihar Crime News: शराबबंदी कानून के तहत बिहार में पहली बार किसी महिला को सजा, इतने साल जेल और एक लाख जुर्माना Bihar Crime News: शराबबंदी कानून के तहत बिहार में पहली बार किसी महिला को सजा, इतने साल जेल और एक लाख जुर्माना फरहदा में कौशल युवा प्रोग्राम प्रमाण पत्र वितरण कार्यक्रम, समाजसेवी अजय सिंह ने युवाओं को दिखाई सफलता की राह Purnea News: शिक्षाविद् रमेश चंद्र मिश्रा की प्रथम पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि सभा, विद्या विहार समूह की सभी संस्थाओं में हुआ आयोजन Purnea News: शिक्षाविद् रमेश चंद्र मिश्रा की प्रथम पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि सभा, विद्या विहार समूह की सभी संस्थाओं में हुआ आयोजन Hate Speech Case: हेट स्पीच केस में मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी को बड़ा झटका, सजा के खिलाफ अपील खारिज Hate Speech Case: हेट स्पीच केस में मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी को बड़ा झटका, सजा के खिलाफ अपील खारिज अवैध कोयला खनन के दौरान चाल धंसने से 4 ग्रामीणों की मौत, आधा दर्जन लोग घायल, मुआवजे की मांग को लेकर हंगामा
1st Bihar Published by: Updated Wed, 20 Oct 2021 04:28:31 PM IST
- फ़ोटो
RANCHI : बुधवार को झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने मोरहाबादी मैदान में सहायक पुलिसकर्मियों से मुलाकात की. सहायक पुलिसकर्मियों की मांग को जायज बताते हुए उन्होंने हेमंत सरकार से मांगों को जल्द पूरा करने को कहा. इस दौरान रघुवर दास सहायक पुलिसकर्मियों के साथ काफी देर तक बैठे और उन्होंने ये कहा कि अगर झारखंड सरकार ने मांगों को पूरा नहीं किया तो वह धरने पर बैठेंगे.
पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि सहायक पुलिसकर्मियों की मांगें जायज हैं. सरकार 7 दिन के अंदर इनकी मांगों को पूरा करे नहीं तो वे भी इनके साथ धरने पर बैठेंगे. उन्होंने अपनी सरकार में 2200 सहायक पुलिसकर्मियों की बहाली इस उद्देश्य से की थी कि सुदूर इलाके में रहने वाले युवा नक्सलवाद की राह न पकड़ें. उन्हें रोजगार के साथ-साथ राज्य की सेवा करने का मौका भी मिले.
गौरतलब हो कि सहायक पुलिसकर्मियों की नियुक्ति 2 साल के लिए हुई थी और उन्हें तीन साल का एक्सटेंशन दिये जाने का प्रावधान था. साथ ही सिपाही नियुक्ति में प्राथमिकता देने की भी बात थी लेकिन ऐसा नहीं हुआ. रघुवर दास ने कहा कि सरकार इन सहायक पुलिसकर्मियों की मांगों को अनसुना करके संवेदनहीनता का परिचय दे रही है. उन्होंने सरकार से अविलंब पुलिसकर्मियों का मानदेय बढ़ाने, सिपाही नियुक्ति में प्राथमिकता और सिपाहियों के रिटायरमेंट के बाद खाली हुए जगहों पर प्राथमिकता के आधार पर उनकी नियुक्ति करने की मांग की.
जब पूर्व मुख्यमंत्री सहायक पुलिसकर्मियों से मुलाकात कर रहे थे तो इस दौरान एक सहायक पुलिसकर्मी फफक-फफककर रो पड़ा. उसने कहा कि इतने दिनों से धरने पर बैठने के बाद भी कुछ नहीं हुआ. उसकी पूरी जिंदगी बर्बाद हो गई. करियर बर्बाद हो गया. घर और परिवार को बोझ कंधे पर है. कुछ समझ में नहीं आ रहा है कि आखिर वह क्या करे. सरकार ने जो नीति बनाई, हमने उसी तरीके से नौकरी की. इसमें हमारी क्या गलती है. सरकार को हमारी मांग पूरी करनी पड़ेगी.