मोरहाबादी मैदान में सहायक पुलिसकर्मियों से मिले रघुवर दास, 7 दिन में झारखंड सरकार नहीं मानी तो धरने पर बैठेंगे

मोरहाबादी मैदान में सहायक पुलिसकर्मियों से मिले रघुवर दास, 7 दिन में झारखंड सरकार नहीं मानी तो धरने पर बैठेंगे

RANCHI : बुधवार को झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने मोरहाबादी मैदान में सहायक पुलिसकर्मियों से मुलाकात की. सहायक पुलिसकर्मियों की मांग को जायज बताते हुए उन्होंने हेमंत सरकार से मांगों को जल्द पूरा करने को कहा. इस दौरान रघुवर दास सहायक पुलिसकर्मियों के साथ काफी देर तक बैठे और उन्होंने ये कहा कि अगर झारखंड सरकार ने मांगों को पूरा नहीं किया तो वह धरने पर बैठेंगे.


पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि सहायक पुलिसकर्मियों की मांगें जायज हैं. सरकार 7 दिन के अंदर इनकी मांगों को पूरा करे नहीं तो वे भी इनके साथ धरने पर बैठेंगे. उन्होंने अपनी सरकार में 2200 सहायक पुलिसकर्मियों की बहाली इस उद्देश्य से की थी कि सुदूर इलाके में रहने वाले युवा नक्सलवाद की राह न पकड़ें. उन्हें रोजगार के साथ-साथ राज्य की सेवा करने का मौका भी मिले.



गौरतलब हो कि सहायक पुलिसकर्मियों की नियुक्ति 2 साल के लिए हुई थी और उन्हें तीन साल का एक्सटेंशन दिये जाने का प्रावधान था. साथ ही सिपाही नियुक्ति में प्राथमिकता देने की भी बात थी लेकिन ऐसा नहीं हुआ. रघुवर दास ने कहा कि सरकार इन सहायक पुलिसकर्मियों की मांगों को अनसुना करके संवेदनहीनता का परिचय दे रही है. उन्होंने सरकार से अविलंब पुलिसकर्मियों का मानदेय बढ़ाने, सिपाही नियुक्ति में प्राथमिकता और सिपाहियों के रिटायरमेंट के बाद खाली हुए जगहों पर प्राथमिकता के आधार पर उनकी नियुक्ति करने की मांग की.



जब पूर्व मुख्यमंत्री सहायक पुलिसकर्मियों से मुलाकात कर रहे थे तो इस दौरान एक सहायक पुलिसकर्मी फफक-फफककर रो पड़ा. उसने कहा कि इतने दिनों से धरने पर बैठने के बाद भी कुछ नहीं हुआ. उसकी पूरी जिंदगी बर्बाद हो गई. करियर बर्बाद हो गया. घर और परिवार को बोझ कंधे पर है. कुछ समझ में नहीं आ रहा है कि आखिर वह क्या करे. सरकार ने जो नीति बनाई, हमने उसी तरीके से नौकरी की. इसमें हमारी क्या गलती है. सरकार को हमारी मांग पूरी करनी पड़ेगी.