DESK: देशभर में रामनवमी का पर्व धूमधाम के साथ मनाया जा रहा है। इसे लेकर लोगों में खासा उत्साह देखने को मिला। गाजे-बाजे के साथ शांतिपूर्ण ढंग से शोभायात्रा निकाली जा रही है। लेकिन वही पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र और गुजरात में शोभायात्रा के दौरान हिंसा की घटनाएं सामने आई है। हावड़ा के शिबपुर में असामाजिक तत्वों ने कई वाहनों को फूंक डाला।
बता दें कि बजरंग दल और विश्व हिन्दू परिषद द्वारा रामनवमी का जुलूस निकाला जा रहा था। तभी यह घटना हुई। हालांकि हिंसा की वजह अभी सामने नहीं आई है। बंगाल में हिंसा की घटना के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि मेरे आंख और कान खुले हैं। मुझे सब दिख रहा है। मैंने पहले ही चेतावनी दी थी कि मुस्लिम बहुल इलाकों से यात्रा ना निकाली जाए।
मैंने पहले ही कहा था कि रामनवमी पर रैली निकाली गयी तो हिंसा हो सकती है। ममता बनर्जी ने हिन्दू संगठनों पर हिंसा का आरोप लगाते हुए कहा कि यह रमजान का वक्त है। इस समय मुसलमान कुछ गलत काम नहीं कर सकतें। ममता ने कहा-रामनवमी की शोभायात्रा में बुलडोजर और तलवार लेकर आने की इजाजत किसने दी थी। मैंने सुना है कि जुलूस में लोग बुलडोजर लेकर पहुंचे थे। इतना साहस इनके पास कहां से आ गयी। हम सख्त कार्रवाई करेंगे।
गौरतलब है कि रामनवमी के एक दिन पहले ममता बनर्जी ने कहा था कि सभी लोग आनंद के साथ रैलियां निकालें लेकिन रमजान का महीना चल रहा है। इस बात का ख्याल रखते हुए मुस्लिम बहुल इलाकों से गुजरने से परहेज कीजिए। बीजेपी के लोगों को यह बोलते सुना है कि हथियार लेकर निकलेंगे। ममता ने कहा था कि ऐसी गलती मत कीजिए कोर्ट छोड़ेगी नहीं।
वही गुजरात के बड़ोदरा के फतेहपुरा इलाके में उपद्रवियों ने पथराव कर दिया जिससे अफरा-तफरी मच गयी। जिसके बाद इलाके में सुरक्षा बढ़ा दी गयी है। घटना के कारणों का पता नहीं चल सका है। लोगों से शांति बरतने की अपील की जा रही है। गुजरात के गृह मंत्री ने असामाजिक तत्वों पर कड़ा एक्शन लेने का निर्देश दिया है।