DESK : 5 अगस्त को अयोध्या में राम मंदिर भूमि पूजन के लिए तैयारियां पूरी की जा चुकी है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या में तैयारियों का जायजा ले लिया है। भूमि पूजन कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावे महंत नृत्य गोपाल दास, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, सीएम योगी आदित्यनाथ और आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत मौजूद रहेंगे लेकिन इन सब के साथ मंच पर एक और शख्स की मौजूदगी बेहद खास है। दरअसल भूमि पूजन के लिए मुख्य यजमान बनाए गए सलिल सिंघल भी इन्हीं अतिथियों के साथ मंच पर रहेंगे।
मुख्य यजमान बनाए गए सलिल सिंघल का अयोध्या से बड़ा पुराना रिश्ता रहा है। सलिल सिंघल राम मंदिर आंदोलन के मुख्य नेतृत्वकर्ताओं में से एक अशोक सिंघल के बड़े भाई के बेटे हैं। विश्व हिंदू परिषद के अध्यक्ष रह चुके अशोक सिंघल उन नेताओं में शामिल रहे हैं जिन्होंने राम मंदिर आंदोलन को गति प्रदान की। सिंगल 1980 में विश्व हिंदू परिषद में शामिल हुए और 1984 के बाद वह कार्यकारी अध्यक्ष बन गए। दिसंबर 2011 तक के वह इसी पद पर रहे लेकिन इसके पहले उन्होंने राम मंदिर बनने के लिए जो आंदोलन खड़ा किया वह देश के लिए अभूतपूर्व था। अशोक सिंघल का नवंबर 2015 में निधन हो गया और अब उनके बड़े भाई के बेटे सलिल सिंघल को मुख्य यजमान के तौर पर पीएम मोदी के साथ मंच पर रहने का मौका मिला है।
राम मंदिर भूमि पूजन कार्यक्रम को लेकर चंपत राय ने जो जानकारी साझा की है उसके मुताबिक भूमि पूजन सुबह 8 बजे से दोपहर 2 बजे तक चलेगा। इसमें 175 विशिष्ट मेहमानों को बुलाया गया है। राम मंदिर भूमि पूजन के लिए 2000 पावन तीर्थ स्थलों की मिट्टी और लगभग 100 पवित्र नदियों का जल अयोध्या लाया गया है। यह पूरा आयोजन कोरोना काल के कारण भले ही भव्य रूप नहीं ले पाया लेकिन सब कुछ अभूतपूर्व है।