DESK : 22 जनवरी 2024 को अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम होने जा रहा है। इसको लेकर धार्मिक अनुष्ठान की शुरुआत 15 जनवरी से होगी। राम मंदिर उद्घाटन के महोत्सव में देश ही नहीं बल्कि विदेशों से भी लोगों को जोड़ने की योजना है। 500 साल के इंतजार के बाद राम लला अपने महल में विराजित होंगे, ऐसे में इस तारीख को सुनहरे अक्षरों में याद किया जाएगा। यही वजह है कि श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल होने से कोई शायद ही अपने आप को दूर रखना चाहता है। ऐसे में अब इस कार्यकम में भाजपा के एक बड़े नेता भी शामिल होने जा रहे हैं।
दरअसल, बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व उपप्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी 22 जनवरी को राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा में शामिल होंगे। विश्व हिंदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार ने इसकी पुष्टि कर दी है। उन्होंने बताया कि लालकृष्ण आडवाणी 22 जनवरी को अयोध्या में रहेंगे और समारोह में शामिल होंगे।
आरएसएस नेता कृष्ण गोपाल, राम लाल और आलोक कुमार ने बुधवार को आडवाणी के घर पहुंचकर उन्हें राम मंदिर के उद्घाटन समारोह का न्योता दिया। लालकृष्ण आडवाणी को अयोध्या में समारोह के दौरान सभी जरूरी मेडिकल सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी। इस दौरान आडवाणी ने कहा कि यह बड़ा सौभाग्य का योग है कि ऐसे भव्य प्रसंग पर प्रत्यक्ष उपस्थिति का अवसर मिला है। क्योंकि, श्रीराम का मंदिर यह केवल एक पूजा की दृष्टि से अपने आराध्य का मंदिर, केवल ऐसा प्रसंग नहीं है। इस देश की पवित्रता और इस देश की मर्यादा की स्थापना पक्की होने का यह प्रसंग है।
आपको बताते चलें कि, अयोध्या में 22 जनवरी को रामलला की मूर्ति की प्राण-प्रतिष्ठा होनी है। इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मुख्य यजमान के रूप में शामिल होंगे। ऐसे में केंद्र से लेकर राज्य सरकार के अधिकारी कार्यक्रम की तैयारियों में व्यस्त हैं। अयोध्या में प्राण-प्रतिष्ठा से एक हफ्ते पहले धार्मिक कार्यक्रम शुरू हो जाएंगे। प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम में मेहमानों को न्योते भेजे जा रहे हैं। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट, विश्व हिंदू परिषद और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के पदाधिकारियों ने बेहद सधे अंदाज में अतिथियों की लिस्ट तैयार की है। मेहमानों की सूची में करीब 150 समुदायों से जुड़े लोगों को शामिल किया गया है. इन सभी के पास अब न्योते मिलने की पुष्टि होने लगी है।