ब्रेकिंग न्यूज़

नीतीश कुमार को बड़ा झटका, जेडीयू के पूर्व विधायक मास्टर मुजाहिद आलम ने दिया इस्तीफा Namami Gange Yojana: बिहार के इस जिले को केंद्र सरकार की सौगात, नमामी गंगे और अटल मिशन के तहत मिलेगा साढ़े पांच सौ करोड़ का विकास पैकेज जनेऊ नहीं उतारा तो परीक्षा से किया बाहर, FIR के बाद बढ़ी सियासत Parenting Tips: पढ़ाई के दौरान क्यों आती है बच्चों को नींद? ये काम करें; दूर हो जाएगी परेशानी Bihar politics: बहुमत है, पर नैतिकता नहीं', बीजेपी पर बरसे मनोज झा, वक्फ कानून की वापसी की उठाई मांग! Life Style: हार्ट अटैक से पहले आपका शरीर देता है कई संकेत, अगर यह परेशानी है तो तुरंत टेस्ट कराएं सजना-संवरना बन गया बड़ी मुसीबत: पत्नी ने कराया फेसियल, तो पति ने ससुराल में ही कर दिया बड़ा कांड CBI Raid in Patna: पटना में CBI का बड़ा एक्शन, छापेमारी कर शातिर को दबोचा; जानिए.. क्या है मामला? CBI Raid in Patna: पटना में CBI का बड़ा एक्शन, छापेमारी कर शातिर को दबोचा; जानिए.. क्या है मामला? Bihar Politics: तेजस्वी यादव का कलेजा क्यों फट रहा..? बिहार BJP ने किया खुलासा

रक्षाबंधन और सावन के अंतिम सोमवार पर बन रहा शुभ योग, यहां जाने कब है शुभ मुहूर्त

रक्षाबंधन और सावन के अंतिम सोमवार पर बन रहा शुभ योग, यहां जाने कब है शुभ मुहूर्त

DESK : आज सावन माह की आखरी सोमवार के साथ रक्षाबंधन का त्यौहार देशभर में मनाया जा रहा है. भाई बहन के प्रेम का ये पर्व बेहद खास होता है. पर ज्योतिष के जानकारों के अनुसार इस बार इस दिन कुछ ऐसे शुभ संयोग होने वाले हैं जो इस दिन की शुभता को और बढ़ा दे रहे हैं. ये शुभ संयोग 29 साल बाद आया है. 

मान्यता है कि जब सोमवार के दिन पूर्णिमा की तिथि पड़ती है तो इसे सौम्या तिथि कहा जाता है. इस तिथि में शुभ मुहूर्त के दौरान पूजा और शुभ कार्य करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है. इस रक्षाबंधन के दिन ग्रह और नक्षत्रों का संयोग भी बहुत शुभ बन रहा है. इस दिन पड़ने वाले सर्वार्थ सिद्धि योग में की गई प्रार्थना आपके सारे मनोकामनाओं को पूरा करने के लिए शुभ हैं. सर्वार्थ सिद्धि योग के अलावा इस दिन आयुष्मान दीर्घायु योग भी है यानी भाई-बहन दोनों की आयु लंबी हो जाएगी. 

शिव भक्त भगवन शिव की पूजा करने के बाद, सुबह 9 बजकर 30 मिनट के बाद बहने कभी भी राखी बांध सकती है. क्योंकि इस से पहले भद्रा काल है. मान्यता है कि रावण की बहन ने उसे भद्रा काल में ही राखी बांध दी थी इसलिए रावण का विनाश हो गया.