PATNA/RANCHI: भाई-बहन के अनूठे प्यार का त्योहार रक्षाबंधन को अब महज कुछ ही समय शेष रह गया है। राखी की बाजार सज गई है और मार्केट में कई डिजाइनर राखियों का खूब क्रेज देखा जा रहा है। बहनों को ये डिजाइनर राखियां आकर्षित कर रही हैं। इसलिए वे अपने भाई के लिए डिजाइनर राखी ही खरीदना पसंद कर रही हैं हालांकि जानकारों ने बहनों को डिजाइनर राखियों से परहेज करने की सलाह दी है।
जानकारों की मानें तो राखी का त्योहार कच्चे धागे का पर्व होता है। यह पर्व आदि काल से ही चला आ रहा है। पहले बहनें कच्चे धागे या रेशम के धागे से रक्षा का गांठ बांधती थीं लेकिन आज के बदलते समय में राखी का ट्रेंड भी बदलता जा रहा है। बहनें अपने भाई की कलाई पर डिजाइनर राखी ही बांधना पसंद कर रही हैं, जो भाइयों के लिए सही नहीं है। राखी पर बहनों को हमेशा कच्चे धागे या रेशम के धागे से बनी राखी का ही इस्तेमाल करना चाहिए।
जानकार बताते हैं कि ब्रासलेट, रिबन या देवी-देवताओं वाली राखियों के इस्तेमाल से परहेज करना चाहिए। क्योंकि अगले दिन भाई राखियों को उतार देते हैं। भगवान वाली राखियों में पैर लगने से उनका अनादर होता है। पंडितों के मुताबिक हर राशि का अपना एक शुभ रंग होता है। अगर प्रत्येक बहनें अपने भाई को उसकी राशि के अनुसार रंग की राखी बांधे तो भाई के लिए यह काफी शुभ होगा।
जैसे मेष, सिंह और वृश्चिक राशि को बीच मित्रता होती है इसलिए ये तीनों राशि के लिए लाल रंग के धागे की राखी काफी शुभ होगी। वृषभ और तुला के बीच भी मित्रता होती है इसलिए इस राशि के भाईयों को अपनी कलाई पर हरें रंग की राखी बांधनी चाहिए। वहीं सफेद और काले रंग को शुभ नहीं माना जाता इसलिए इस रंग की राखी भाई को नहीं बांधनी चाहिए। वहीं मिथुन और कन्या राशि के भाई के लिए हरा और लाल दोनों ही रंग शुभ होता है जबकि कर्क राशि के भाई को लाल रंग की राखी बांधनी चाहिए और धनु, मकर, कुम्भ और मीन राशि के भाइयों को पीले रंग के धागे की राखी बांधनी चाहिए।