PATNA : विपक्ष के लिए बिहार का सबसे बड़ा मुद्दा रोजगार को लेकर है. इसको लेकर नेता प्रतिपक्ष नेता तेजस्वी यादव खरमास के बाद बेरोजगारी यात्रा पर जाने वाले है. जहां युवाव से बेरोजगारी को लेकर बाते होगी. लेकिन इसको लेकर अब बयान बाजी शुरू हो गई है. बता दें तेजस्वी के बेरोजगारी यात्रा निकालने पर बिहार सरकार के पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन ने बयान दिया है.
उन्होंने कहा कि बिहार के लोगों को पलायन के लिए राजद सरकार ने मजबूर किया. ये बेरोजगारी तेजस्वी यादव की है. लालू ने भी कई रैलियां बिहार में की थी उनका इतिहास तेजस्वी को पूछना चाहिए. तेजस्वी यादव रैली करने से जनादेश इकट्ठा नहीं कर पाएंगे. बिहार की सत्ता में रोजगार नहीं पा सकते हैं. उअर कहा की राजद के समय पथ निर्माण विभाग का बजट 300 करोड़ का बजट था. और अब डेढ़ लाख करोड़ का बजट है.
बता दें 22 दिसंबर से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपनी 13वीं यात्रा पर निकल रहे हैं. इस यात्रा को 'समाज सुधार यात्रा' का नाम दिया गया है. 22 दिसंबर को चंपारण से शुरू होने वाले 'समाज सुधार यात्रा' का समापन 15 जनवरी को उनके गृह क्षेत्र नालंदा में होगा. सीएम नीतीश की इस यात्रा के जवाब में अब आरजेडी नेता तेजस्वी यादव भी नए साल में "बेरोजगारी हटाओ यात्रा" पर निकलेंगे और यात्रा के बाद पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में एक विशाल रैली भी करेंगे. इस रैली का नाम"बेरोजगारी हटाओ रैली" दिया गया है.