PURNEA: पूर्णिया पुलिस प्रशासन की बड़ी लापरवाही सामने आई है। जहां एक बिल्डिंग को सील तो कर दिया गया लेकिन घर के अंदर बच्चे और महिला फंसे हुए थे। दोनों खिड़की के पास खड़े थे तभी बिल्डिंग के मालिक को इस बात की जानकारी हुई। जिसके बाद वे खिड़की के जरिए घर के अंदर घुसा और प्रशासन की इस लापरवाही के खिलाफ हंगामा मचाने लगा। बिल्डिंग के मालिक ने हाथ में सिलेंडर उठा लिया और उसे ब्लास्ट करने की कोशिश करने लगा। इस दौरान इलाके में अफरा-तफरी मच गयी। मामले की सूचना मिलते ही मौके पर पुलिस की टीम पहुंची। जिसके बाद मामला शांत हुआ।
मामला पूर्णिया के सहायकक खजांची थाना क्षेत्र के लाइन बाजार झंडा चौक की है। जहां बैंक का लोन नहीं चुकाने के बाद बैंक ने उन्हें नीलाम कर दिया गया था। जिसके बाद बैंक के अधिकारी और प्रशासनिक अधिकारी पुलिस दल बल के साथ बिल्डिंग खाली कराने पहुंचे थे । बिल्डिंग खाली कराने के बाद बिल्डिंग को सील कर सभी लोग लौट गए। लेकिन बिल्डिंग में महिला और बच्चा फंसा रह गया।
प्रशासन की इस लापरवाही से बिल्डिंग का मालिक गुस्सा हो गया और सिलेंडर में आग लगाने की कोशिश करने लगा। वही शरीर पर किरासन तेल छिड़ककर आग लगाने की धमकी देने लगा। मौके पर पहुंचे सदर एसडीएम और एसडीपीओ ने उन्हें काफी मशक्कत के बाद समझा बूझाकर शांत कराया। फिर से घर का दरवाजा खुलवाया गया और महिला और बच्चे को बाहर निकाला गया।
लेकिन सवाल उठता है कि बिना देखे कैसे बिल्डिंग को सील कर दिया गया। पूरे घर की एक बार तलाशी लेनी चाहिए थी। सदर एसडीपीओ पुष्कर कुमार ने बताया कि अपनी प्रॉपर्टी को गंवाने से बाद लोग चिरचिरा हो जाते हैं। इसलिए ऐसी हरकत करने लगते हैं। जिसे समझा बुझाकर शांत करा दिया गया है। वही सदर एसडीएम राकेश रमन का कहना था कि बैंक ने इस इस बिल्डिंग को निलाम कर दिया। इसे प्रशासन के सामने सील किया जाना था। इस दौरान कुछ लोग अंदर ही रह गए। वे कैसे घर के अंदर रह गये यह जांच का विषय है।