DARBHANGA: पुलिस और प्यार के बीच कही कोई समानता नहीं है। पुलिस की तस्वीर जेहन में आए तो लाठी डंडा, खून खराबा, केस-मुकदमा की बात ही सामने दिखती है। लेकिन जह यहीं पुलिस किसी के खोए हुए प्यार से मिलवा दे तो पुलिस की भूमिका तारीफ के काबिल मानी जाएगी। प्यार पाने की गुहार लगाने जब प्रेमिका थाने पहुंची तो उसे निराशा हाथ नहीं लगी। थाने में प्रेमी जोड़े की शादी परिवार वालों की रजामंदी से करवा दी गयी।
भाभी की बहन शहाना से मुन्ना को प्यार हो गया। दोनों छिप-छिप कर मिलने-जुलने लगे और फिर प्यार परवान चढ़ा तो साथ जीने-मरने की कसमे खाने लगे। लेकिन मुन्ना के परिवार वालों को दोनों का रिश्ता कतई मंजूर नहीं था। परिवार वालों ने शादी का विरोध कर दिया। लेकिन प्रेमिका शहाना ने हार नहीं मानी पहुंच गयी महिला थाने।
शहाना को उम्मीद न थी कि थाने पर इतनी आसानी से उसे अपना प्यार मिल जाएगा। शहाना ने पहले तो महिला थाना में आवेदन दिया। लगा उसे थाने में केस होगा। मामला कानूनी दांव-पेंच में फंसेगा लेकिन उम्मीदों के विपरीत महिला थाना प्रभारी ने पूरी जानकारी लेने के बाद किसी कानूनी लफड़े में फंसने की बजाय इसे सुलझाने में लग गयी। उन्होनें दोनों के परिवार को बुलाकर समझाने-बुझाने का काम शुरू किया। इसमें कई समाजसेवी महिलाओं का भी उन्हें साथ मिला। फिर क्या था महिला थानाध्यक्ष की कोशिशें रंग लायी।
थाना परिसर में मुन्ना और शहाना का निकाह कर दिया गया। निकाहनामा पढ़वाया गया। दोनों ने एक दूसरे को कुबूल कर लिया और परिवार वालों ने भी नयी जोड़ी को भरपूर आशीर्वाद दिया। पुलिस की इस पहल की स्थानीय लोग खुले दिल से प्रशंसा कर रहे हैं। लोगों का कहना है ऐसे प्रयास से समाज से दहेज प्रथा जैसे कुप्रथा को समाप्त किया जा सकेगा। सिटी एसपी योगेन्द्र कुमार ने भी महिला थाना प्रभारी के पहल की जमकर सराहना की है।