DELHI : देश में 3 मई तक लॉक डाउन बढ़ाए जाने के ऐलान के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों से सात सूत्री मंत्र पर काम करने को कहा है. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा है कि सभी देशवासियों को सात सूत्री एजेंडे पर काम करने की जरूरत है. लॉक डाउन के अंतिम दौर में यह बेहद जरूरी कदम होगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जो सात सूत्री मंत्र दिए हैं, उसमें घर के बड़े बुजुर्ग और बीमार लोगों का विशेष ख्याल रखने को कहा है.
पहली बात-
अपने घर के बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखें, विशेषकर ऐसे व्यक्ति जिन्हें पुरानी बीमारी हो, उनकी हमें Extra Care करनी है, उन्हें कोरोना से बहुत बचाकर रखना है.
दूसरी बात-
लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग की लक्ष्मण रेखा का पूरी तरह पालन करें. घर में बने फेसकवर या मास्क का अनिवार्य रूप से उपयोग करें.
तीसरी बात-
अपनी इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए, आयुष मंत्रालय द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करें, गर्म पानी, काढ़ा, इनका निरंतर सेवन करें.
चौथी बात-
कोरोना संक्रमण का फैलाव रोकने में मदद करने के लिए आरोग्य सेतु मोबाइल App जरूर डाउनलोड करें. दूसरों को भी इस App को डाउनलोड करने के लिए प्रेरित
करें.
पांचवी बात-
जितना हो सके उतने गरीब परिवार की देखरेख करें, उनके भोजन की आवश्यकता पूरी करें.
छठी बात-
आप अपने व्यवसाय, अपने उद्योग में अपने साथ काम करे लोगों के प्रति संवेदना रखें, किसी को नौकरी से न निकालें.
सातवीं बात-
देश के कोरोना योद्धाओं, हमारे डॉक्टर- नर्सेस, सफाई कर्मी-पुलिसकर्मी का पूरा सम्मान करें.
कोरोना संकट के बीच जारी 21 दिन के लॉकडाउन का आज आखिरी दिन है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश को संबोधित कर रहे हैं. प्रधानमंत्री ने 3 मई तक लॉक डाउन को बढ़ा दिया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि 3 मई तक हम सभी को, हर देशवासी को लॉकडाउन में ही रहना होगा. इस दौरान हमें अनुशासन का उसी तरह पालन करना है, जैसे हम करते आ रहे हैं. मेरी सभी देशवासियों से ये प्रार्थना है कि अब कोरोना को हमें किसी भी कीमत पर नए क्षेत्रों में फैलने नहीं देना है. स्थानीय स्तर पर अब एक भी मरीज बढ़ता है तो ये हमारे लिए चिंता का विषय होना चाहिए.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र के नाम संबोधन में कहा कि आप देश की खातिर, एक अनुशासित सिपाही की तरह अपने कर्तव्य निभा रहे हैं। हमारे संविधान में जिस We the People of India की शक्ति की बात कही गई है, वो यही तो है. बाबा साहेब डॉक्टर भीम राव आंबेडकर की जन्म जयंती पर, हम भारत के लोगों की तरफ से अपनी सामूहिक शक्ति का ये प्रदर्शन, ये संकल्प, उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र के नाम संबोधन में कहा कि कोरोना वैश्विक महामारी के खिलाफ भारत की लड़ाई, बहुत मजबूती के साथ आगे बढ़ रही है. आपकी तपस्या, आपके त्याग की वजह से भारत अब तक, कोरोना से होने वाले नुकसान को काफी हद तक टालने में सफल रहा है. मैं जानता हूं, आपको कितनी दिक्कते आई हैं। किसी को खाने की परेशानी, किसी को आने-जाने की परेशानी, कोई घर-परिवार से दूर है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आगे कहा कि लॉकडाउन के इस समय में देश के लोग जिस तरह नियमों का पालन कर रहे हैं, जितने संयम से अपने घरों में रहकर त्योहार मना रहे हैं, वो बहुत प्रशंसनीय है. आज पूरे विश्व में कोरोना वैश्विक महामारी की जो स्थिति है, आप उसे भली-भांति जानते हैं। अन्य देशों के मुकाबले, भारत ने कैसे अपने यहां संक्रमण को रोकने के प्रयास किए, आप इसके सहभागी भी रहे हैं और साक्षी भी.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि तमाम सब प्रयासों के बीच, कोरोना जिस तरह फैल रहा है, उसने विश्व भर में हेल्थ एक्सपर्ट्स और सरकारों को और ज्यादा सतर्क कर दिया है. भारत में भी कोरोना के खिलाफ लड़ाई अब आगे कैसे बढ़े, इसे लेकर मैंने राज्यों के साथ निरंतर बात की है. सभी का यही सुझाव है कि लॉकडाउन को बढ़ाया जाए. कई राज्य तो पहले से ही लॉकडाउन को बढ़ाने का फैसला कर चुके हैं. सारे सुझावों को ध्यान में रखते हुए ये तय किया गया है कि भारत में लॉकडाउन को अब 3 मई तक और बढ़ाना पड़ेगा.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि जब हमारे यहां कोरोना के सिर्फ 550 केस थे, तभी भारत ने 21 दिन के संपूर्ण लॉकडाउन का एक बड़ा कदम उठा लिया था. भारत ने समस्या बढ़ने का इंतजार नहीं किया, बल्कि जैसे ही समस्या दिखी, उसे, तेजी से फैसले लेकर उसी समय रोकने का प्रयास किया.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़े के मुताबिक इंडिया में कोरोना के कुल 10363 मरीज हो गए हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक कोरोना अभी तक 339 लोगों की जान ले चुका है. पिछले 24 घंटे के अंदर देश में 1200 से ज्यादा मामले सामने आये हैं. भारत में अब तक 1035 कोरोना पॉजिटिव स्वस्थ हो गए हैं.