PATNA : मंगलवार को ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश के लोगों को सलाह दे रहे थे-जब तक दवाई नहीं, तब तक ढ़िलाई नहीं. लेकिन उनकी बात बिहार के बीजेपी नेताओं ने ही नहीं मानी. कोरोना संक्रमण के बीच सत्ता में आने की जद्दोजहद कर रहे बीजेपी को इसका खामियाजा भुगतना पड़ रहा है. बीजेपी के चार स्टार प्रचारकों की तबीयत खराब हो गयी है. इनमें से दो कोरोना पॉजिटिव पाये जा चुके हैं. वहीं दो अन्य भी बुखार और सर्दी-खांसी से पीड़ित बताये जा रहे हैं. लिहाजा चारो नेताओं ने खुद को चुनाव प्रचार से दूर कर लिया है.
रूडी-शहनवाज को हुआ कोरोना
बीजेपी सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक पूर्व केंद्रीय मंत्री और सारण के सांसद राजीव प्रताप रूडी कोरोना संक्रमित हो चुके हैं. वहीं शाहनवाज हुसैन ने भी खुद जानकारी दी है कि वे कोरोना संक्रमित हो चुके हैं. शाहनवाज हुसैन ने ट्वीटर पर लिखा है कि वे कुछ ऐसे लोगों के संपर्क में आये थे जो कोरोना पॉजिटिव थे. इसके बाद उन्होंने आज अपना टेस्ट कराया और उसमें वे भी पॉजिटिव पाये गये हैं. शाहनवाज हुसैन ने अपने संपर्क में आने वाले नेताओं को टेस्ट करा लेने की सलाह दी है.
गौरतलब है कि रूड़ी और शाहनवाज को पहले चरण के लिए चुनाव प्रचार में स्टार प्रचारकों की सूची में नहीं रख गया था. बाद में दूसरे चरण के लिए जारी स्टार प्रचारकों की सूची में उन्हें जगह दी गयी. लेकिन जब प्रचार का वक्त आया तो दोनों कोरोना के शिकार बन गये हैं. लिहाजा ये तय हो गया है कि दोनों अब किसी चरण का चुनाव प्रचार नहीं कर पायेंगे.
सुशील मोदी को बुखार, मंगल पांडेय को सर्दी
उधर बिहार के डिप्टी सीएम और बीजेपी के एक और स्टार प्रचारक सुशील मोदी को बुखार हो गया है. पिछले तीन दिनों से वे चुनाव प्रचार में नहीं जा रहे हैं. मंगलवार को रामविलास पासवान के श्राद्ध में सुशील मोदी शामिल नहीं हुए थे. उन्होंने खुद ही ट्वीट कर ये जानकारी दी थी कि तबीयत खराब होने के कारण वे घर से बाहर नहीं निकल रहे हैं और इसलिए रामविलास पासवान के श्राद्ध में शामिल नहीं हो पाये हैं.
वहीं बीजेपी के मंत्री मंगल पांडेय भी सर्दी-खांसी से पीड़ित हैं. स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने बताया कि एहतियातन उन्होंने खुद को चुनाव प्रचार से अलग कर लिया है. वे लोगों से मिल भी नहीं रहे हैं.
बिहार में कोरोना के बीच चुनाव कराने को लेकर ढ़ेर सारे सवाल उठे लेकिन बीजेपी नेता लगातार चुनाव कराने की मांग करते रहे. अब उन्हें ही इसका खामियाजा भुगतना पड़ रहा है. वैसे भी अभी तो चुनावी सरगर्मी का आगाज हुआ है. आगे क्या होगा इसको लेकर ढ़ेर सारी आशंकायें बनी हुई हैं.