शारदा सिन्हा को पद्म विभूषण, सुशील मोदी और पंकज उधास को पद्म भूषण अवार्ड, मरणोपरांत मिला सम्मान Sanjeev Mukhiya: EOU के सामने संजीव मुखिया कई राज उगले, कहा..पटना-रांची-दरभंगा-धनबाद के कई डॉक्टर सॉल्वर गैंग में थे शामिल बेटी की शादी से पहले होने वाले दामाद के साथ सास फरार, मोबाइल फोन बना इस अनोखे प्रेम कहानी का सूत्रधार Paresh Rawal: क्यों वीरू देवगन की सलाह पर 15 दिनों तक खुद का ही पेशाब पीते रहे परेश रावल, बाद में डॉक्टर्स भी रह गए थे हैरान पटना में बना अनोखा रिकॉर्ड, लॉ प्रेप ने रचा वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड में नाम दरभंगा में साइबर फ्रॉड का पर्दाफाश, टेलीग्राम के जरिए 2.61 लाख की ठगी, 65 हजार रुपये अकाउंट में कराया वापस Manoj Bajpayee: खुद को 'सस्ता मजदूर' क्यों मानते हैं मनोज बाजपेयी? कारण जान आप भी कहेंगे ‘ये तो सरासर नाइंसाफी है’ दरभंगा में साइबर फ्रॉड का पर्दाफाश, टेलीग्राम के जरिए 2.61 लाख की ठगी, 65 हजार रुपये अकाउंट में कराया वापस Bihar Crime News: जमीनी विवाद को लेकर 2 पक्षों में खूनी संघर्ष, आधा दर्जन लोग घायल, गांव में दहशत का माहौल बिहार में बड़े पैमाने पर IAS अधिकारियों का तबादला, देखिए पूरी लिस्ट..
1st Bihar Published by: AJIT Updated Sat, 01 Oct 2022 09:03:24 PM IST
- फ़ोटो
JEHANABAD: पेट्रोल की जगह पानी दिए जाने से गुस्साएं लोगों ने पेट्रोल पंप पर हंगामा मचाया और पेट्रोल पंप के मालिक के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया। मामला जहानाबाद जिले से एनएच-83 स्थित यूनिक पेट्रोल पंप का है। जहां दिनदहाड़े पेट्रोल पंप कर्मियों द्वारा तेल की जगह बाइक में पानी दिया जा रहा था।
इस बात से गुस्साएं कई लोग अचानक पेट्रोल पंप पर एक-एक कर पहुंचने लगे। सभी एक ही बात कह रहे थे कि पेट्रोल में पानी मिलाया गया है। उनके साथ धोखाधड़ी हुई है। इतना कह सभी लोग पेट्रोल पंप पर ही हंगामा करने लगे और पेट्रोल पंप के मालिक के खिलाफ प्रदर्शन और नारेबाजी करने लगे।
पेट्रोल पंप पर आए एक ग्राहक ने बताया की उन्होंने 705 रुपए का पेट्रोल भराया था थोड़ी दूर जाने के बाद उनकी गाड़ी बंद हो गई। जिसके बाद उन्होंने बाइक की फ्यूल टंकी को खुलवाया तब बाइक मिस्त्री ने बताया कि टंकी में पेट्रोल की जगह पानी भरा हुआ है। जब वे इस बात की शिकायत लेकर पेट्रोल पंप पर पहुंचे तो देखा की और भी कई लोग यही शिकायत लेकर आएं है।
पेट्रोल पंप पर तैनात कर्मियों का कहना था कि इसमें उनका कोई दोष नहीं है। उन्हें तो मालूम तक नहीं है कि पेट्रोल में पानी कैसा आ रहा है। पंप पर तैनात कर्मचारियों मालिक से बात करने की बात कही। लेकिन लोगों के आक्रोश को देखते हुए कर्मचारियों ने पैसा वापस कर दिया जिसके बाद मामला शांत हुआ।
लेकिन बात यहीं खत्म नहीं होती यह जरूरी है कि इस बात का पता लगाया जाए कि आखिर पेट्रोल में पानी कहा से आया क्योंकि मिलावटी तेल मिलने के परेशानी कस्टमर को होती है और जब यह मामला सामने आता है तो हर कोई इससे पल्ला झाड़ता दिखता है। कर्मचारी मालिक से बात करने की बात कहने लगा है। ऐसे में कस्टमर को सही रूप से पेट्रोल मिले इस पर सभी पेट्रोल मालिकों का ध्यान होना चाहिए।