DESK : कोरोनावायरस का असर देश के कई धर्मस्थलों पर पड़ा है। बिहार के तमाम धार्मिक स्थलों पर कोरोना का पहरा पड़ रहा है। इस बीच पीएम मोदी की जनता कर्फ्यू की अपील ने देश भर में अभी से कर्फ्यू जैसे हालात बनने लगे हैं। एहतियातन मंदिरों को बंद कर दिया गया है। पटना का महावीर मंदिर हो या फिर मुजफ्फरपुर का गरीबनाथ मंदिर या फिर गया का विष्णुपद मंदिर और मंगलागौरी का मंदिर सभी को एहतियातन बंद कर दिया गया है।
पटना के महावीर मंदिर में श्रद्धालुओं से नहीं आने की अपील की गई है। साथ ही घंटी नहीं बजाने का भी आग्रह किया गया है। इसके अलावा फूल माला चढ़ाने पर रोक लगा दी गई है। साथ ही लोगों से प्रसिद्ध नेवेद्यम प्रसाद भी ऑनलाइन बुकिंग कराने की भी अपील की गई है। ये प्रसाद मंदिर प्रशासन के द्वारा बुकिंग करने वाले के नाम से महावीर जी को चढ़ा कर उनके घर भेजा जाएगा। न्यास समिति के सचिव किशोर कुणाल ने बताया कि भक्तों से अनुरोध किया गया है कि कोरोना बीमारी का व्यापकता को देखते हुए मंदिर में कम-से-कम संख्या में आएं।
वहीं मुजफ्फरपुर के बाबा गरीबनाथ मंदिर को 22 मार्च से 31 मार्च तक पूरी तरह बंद कर दिया गया है। बंद के दौरान श्रद्धालु बाबा को जलाभिषेक नहीं कर सकेंगे। इस दौरान मंदिर के मुख्य पुजारी और अन्य पुजारी दिन में तीन बार बाबा गरीबनाथ धाम में पारंपरिक तौर पर जलाभिषेक और पूजा करते रहेंगे।
इधर गया के दो प्रमुख मंदिरों को बंद करने का निर्देश दिया गया है। प्रसिद्ध विष्णुपद मंदिर और शक्तिपीठ मां मंगलागौरी मंदिर को आईएमए ने बंद करने का निर्देश दिया है। इस सिलसिले में दोनों मंदिर के प्रबंधकारिणी समिति को चिट्ठी देकर बंद करने को कहा गया है। हालांकि श्रद्धालु मंदिर के गर्भ गृह में ना जाकर बाहर से ही पूजा व प्रार्थना कर सकेंगे। इस बीच बोधगया में 80 फीट भगवान बुद्ध की प्रतिमा स्थल को भी पर्यटकों के लिए 31 मार्च तक बंद कर दिया गया है। हालांकि वहां श्रद्धालु बाहर से पूजा व प्रार्थना कर सकते हैं।