PATNA CITY: कोरोना की तीसरी लहर के दस्तक देने के बाद आज पटना के दूसरे सबसे बड़े हॉस्पिटल एनएमसीएच में इलाज के दौरान एक कोरोना मरीज की मौत हो गयी है। तीसरी लहर में कोरोना से जिस पहले मरीज की मौत हुई है जिनकी पहचान 65 वर्षीय बुजुर्ग के रुप में हुई है। मृतक बख्तियारपुर के रहने वाले थे। कोरोना से पहले मरीज की मौत की पुष्टि एनएमसीएच कोरोना वार्ड के नोडल पदाधिकारी डॉ. मुकुल कुमार ने की है।
वही नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल एवं कॉलेज में अभी तक जांच के दौरान सीनियर डॉक्टर, जूनियर डॉक्टर और पारामेडिकल स्टाफ समेत 227 की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। वही कोरोना की तीसरी लहर के दस्तक देने के बाद आज पटना के दूसरे बड़े अस्पताल NMCH में कोरोना के इलाज के दौरान एक मरीज की मौत हुई है। मृतक की पहचान बख्तियारपुर 65 वर्षीय निवासी के रूप में हुई है। कोरोना से पहले मौत की पुष्टि कोरोना नोडल पदाधिकारी डॉ.मुकुल कुमार ने दी है।
वही नालंदा मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल हीरालाल महतो ने बताया की 4 जनवरी को 1753 टेस्ट किया गया था जिसमे 125 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई। जिसमें नालंदा मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के डॉक्टर और पारा मेडिकल स्टाफ के 49 पॉजिटिव केस आए हैं। उन्होंने बताया की मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल को बंद नहीं किया गया है। हालांकि क्लास को फिलहाल स्थगित कर दिया गया है। जल्द ही ऑनलाइन क्लास शुरू किए जाएंगे जिसमें छात्र अपने घर से ही मेडिकल की क्लास में शामिल हो सकेंगे।
साथ ही उन्होंने बताया कि बीते मंगलवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जो हाई लेबल मीटिंग की थी। उसमें बिहार के डॉक्टर और स्वास्थ्य कर्मियों की सभी छुट्टी को फिलहाल रद्द कर दिया गया है। नालंदा मेडिकल कॉलेज में अभी 106 बेड है। जहां कोरोना मरीजों को भर्ती किया जाएगा। यदि मरीजों की संख्या बढ़ी तो बेड की संख्या और बढ़ाई जाएगी। एनएमसीएच प्रिंसिपल ने कहा की इस दौरान जनरल पेशेन्ट्स की भी अस्पताल में लगातार इलाज चलता रहेगा। पिछले बार NMCH अस्पताल को कोविड डेडिकेटेड अस्पताल घोषित किया गया था। इस कारण जनरल मरीज को नहीं देखा जा रहा था लेकिन थर्ड वेव में अभी तक सरकार की तरफ से कोई घोषणा नहीं की गयी है।