PATNA : पटना के बाईपास थाने से पांच सौ मीटर की दूरी पर एक गोदाम में दो करोड़ के शराब की बरामदी के बाद थानेदार को सस्पेंड कर दिया गया है. थानेदार के साथ साथ स्थानीय चौकीदार को भी सस्पेंड किया गया है. लेकिन राजधानी में सरकार की नाक के नीचे शराब की इतनी बड़ी खेप की बरामदगी के बाद डीएसपी के खिलाफ कार्रवाई के बजाय सिर्फ शो कॉज पूछा गया है.
डीजीपी ने की कार्रवाई
पटना के बाईपास थाने के थानेदार मुकेश कुमार पासवान और चौकीदार लल्लू पासवान के खिलाफ ये कार्रवाई बिहार के डीजीपी ने की है. बिहार पुलिस के मद्यनिषेध शाखा की ओर से जारी प्रेस रिलीज के मुताबिक थाने के इतने करीब इतनी बड़ी मात्रा में शराब की बरामदगी से साफ है कि स्थानीय पुलिस ने घोर लापरवाही बरती है. इसके कारण थानेदार और चौकीदार को निलंबित कर विभागीय कार्रवाई शुरू करने का आदेश दिया गया है. वहीं पटना सिटी के डीएसपी अमित शरण से शो कॉज पूछा गया है.
गौरतलब है कि रविवार की रात उत्पाद विभाग ने बाईपास थाने के पास एक गोदाम में छापेमारी की थी. उत्पाद विभाग की टीम ने रविवार रात आठ बजे पटना सिटी के मरचा-मरची गांव में मुर्गी दाना के गोदाम में छिपाकर रखी गई करीब चार हजार कार्टन शराब जब्त की. इसकी कीमत दो करोड़ रुपये आंकी गयी है. उत्पाद विभाग इसे बिहार में अब तक शराब बरामदगी का सबसे बड़ा मामला मान रहा है. मौके से 6 लेबर और दो चालक गिरफ्तार कर लिये गये. वहीं, दो ट्रक समेत चार वाहन भी पकड़े गए हैं. पकड़े गए दोनों ट्रकों में शराब के कार्टन भरे थे.
गोदाम में हुई छापेमारी में दो करोड़ की शराब बरामदगी के बाद पुलिस ने गोदाम मालिक और शराब कारोबारी रवि उर्फ अविनाश महतो को सोमवार को बेगमपुर से गिरफ्तार किया. छापेमारी के दौरान पुलिस को उसके घर से चार लाख रुपये कैश व एक बोतल शराब मिली है. सूत्रों के अनुसार गिरफ्तार शराब बंदी के पूर्व भी शराब बेचने का धंधा करता था. पुलिस और उत्पाद विभाग की टीम उससे पूछताछ करने में लगी है.