PATNA: शरद यादव के बोलने से पहले ही सभागार से कार्यकर्ता बाहर निकल गए. शरद को सुनने के लिए कुछ नेता ही बचे हुए थे. शरद यादव खाली कुर्सियों को संविधान बचाने की कहानी मंच से सुना रहे थे.
सभागार से अधिक मंच पर दिखे नेता
जब शरद यादव बोल रहे थे इस दौरान सभागार में मौजूद लोगों से अधिक संख्या मंच पर बैठे महागठबंधन के नेताओं और पीछे बैठे कार्यकर्ताओं की थी.
प्रस्ताव को बर्दास्त नहीं कर पाए कार्यकर्ता
शरद के बोलने से कुछ देर पहले इस कार्यक्रम के आयोजक उपेंद्र कुशवाहा महागठबंधन का प्रस्ताव पढ़ने लगे. लेकिन इस दौरान कार्यकर्ता सभागार से बाहर निकलने लगे. कार्यकर्ताओं को देख लग रहा था कि उनको महागठबंधन के प्रस्ताव से कोई लगाव नहीं है. वह समय गवाने से बेहतर बाहर निकलना ही समझे. बता दें कि डॉ राम मनोहर लोहिया की पुण्यतिथि के अवसर पर पटना के बापू सभागार में कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. इसमें तेजस्वी यादव,जीतन राम मांझी, उपेंद्र कुशवाहा, मुकेश सहनी और शरद यादव समेत कई नेता शामिल हो रहे थे.