Bihar Politics: कुर्मी वोटबैंक में ऐसे सेंधमारी करेगी बिहार कांग्रेस, अब क्या करेंगे नीतीश बाबू? Raid In Bihar: राजद और जन सुराज नेताओं के घर रात भर चली रेड, भू-माफियाओं पर पुलिस के प्रहार से मचा हड़कंप Bihar Bhaghel: बिहार में कुर्मी वोटबैंक साधने की तैयारी में कांग्रेस, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल 19 मई को आएंगे पटना Pahalgam Terror Attack: भारत को रूस का पूर्ण समर्थन, मोदी से बोले पुतिन "दोषियों और उनके समर्थकों को दंड जरुरी" Bihar road accident : बारात से लौटते वक्त ऑटो और पिकअप की टक्कर, दो मासूमों की मौत, तीन गंभीर Bihar News : सड़क खुदाई से पहले देनी होगी ऑनलाइन सूचना, नहीं तो लगेगा लाखों का जुर्माना Bihar Assembly question rule : बिहार में 39 साल पहले ही खत्म हो गई थी ... विधान सभा में प्रश्न पूछकर वापस लेने की परंपरा, राजस्थान के विधायक की गिरफ्तारी के बाद फिर चर्चा में! Bihar Land Survey: जमीन पाने के योग्य नहीं बिहार के 52% परिवार? सर्वे में चौंकाने वाला खुलासा, जांच के आदेश CBI Director: CBI चीफ की रेस में कौन है सबसे आगे? बैठक में नहीं बनी सहमति, पर्दे के पीछे क्या चल रहा है? INDIAN RAILWAY: कंटेनर ट्रक ने घंटों तक रोक दिया वंदे भारत ट्रेन, जानें क्या रही वजह
1st Bihar Published by: Updated Mon, 01 Nov 2021 10:32:41 AM IST
- फ़ोटो
PATNA : राजधानी पटना के धनरुआ स्थित हुलासचक वीर मध्य विद्यालय की एक शिक्षिका पर सरकारी राशि गबन करने का आरोप लगा है. हुलासचक वीर मध्य विद्यालय की प्रभारी शिक्षिका चंचला कुमारी पर विद्यालय भवन निर्माण की राशि गबन करने और इस काम में कर्तव्यहीनता का आरोप लगा है.
इस बाबत जिला कार्यक्रम पदाधिकारी मनोज कुमार ने धनरुआ के प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी नवल किशोर सिंह को तत्काल प्रभारी शिक्षिका चंचला कुमारी के विरुद्ध संबंधित थाना में प्राथमिकी दर्ज कराने का आदेश दिया है.
इस बाबत प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी नवल किशोर सिंह ने बताया कि मामला वर्ष 2012 -14 का है. उस वक्त विद्यालय भवन निर्माण के लिए प्रभारी शिक्षिका के नाम से संबंधित विभाग के द्वारा करीब 14 लाख की राशि आवंटित की गई थी. इस दौरान प्रभारी शिक्षिका ने कई अनियमितता बरती और बिना जमीन की मापी कराए भवन निर्माण का कार्य शुरू करा दिया. जिसके बाद गांव के ही एक व्यक्ति ने उक्त जमीन पर अपना दावा करते हुए निर्माण कार्य पर रोक लगा दी.
बाद में तत्कालीन सीओ के निर्देश पर भूमि की मापी कराई गई और फिर से भवन निर्माण का कार्य शुरू करने का निर्देश प्रभारी शिक्षिका को दिया गया. लेकिन, उन्होंने प्लिंथ तक ही कार्य कराकर छोड़ दिया. शेष राशि का भी उन्होंने विभाग को अबतक विवरण नहीं दिया. उनकी इस लापरवाही से अधर में लटके विद्यालय भवन के निर्माण की लागत 14 लाख की जगह अब 40 लाख की हो गई है.