PATNA : बिहार में कोरोना संक्रमण के मामले थम गए हैं. लेकिन पटना में डेंगू और चिकनगुनिया के केस लगातार सामने आ रहे हैं. इन दोनों बीमारियों से पटना वासी अभी जूझ रहे हैं. लेकिन अब जो नई आफत आई है, वह ज्यादा चिंताजनक है. पटना जिले में अब जापानी इंसेफेलाइटिस यानी जेई के मरीजों की पुष्टि हुई है. जापानी इंसेफेलाइटिस से पीड़ित एक बच्चे की मौत भी हो गई है.
जो बच्चा जापानी इंसेफेलाइटिस से पीड़ित था, वह पंडारक का रहने वाला बताया जा रहा है. इसके पहले उसका इलाज पटना में हुआ था और ठीक हो कर घर भी वापस से जा चुका था. उधर बख्तियारपुर के करौटा से एक बच्चे को पीएमसीएच में लाया गया. इसके बाद उसे परिजनों ने कंकड़बाग के एक प्राइवेट हॉस्पिटल में एडमिट कराया. बच्चे का इलाज वही चल रहा है.
पटना सिविल सर्जन ऑफिस के मुताबिक के सरकारी अस्पतालों में जो मरीजों की सूची उपलब्ध है. उसके मुताबिक अब तक डेंगू के 57, चिकनगुनिया के तीन और जापानी इंसेफेलाइटिस के 2 मरीज मिले हैं. पटना के दानापुर मोकामा जैसे इलाकों से नए केस सामने आ रहे हैं. जबकि शहरी इलाकों की बात करें तो कंकड़बाग जैसे इलाके में नए मरीज मिले हैं.
जिस बच्चे की मौत हुई, वह पीएमसीएच के निको वार्ड में भर्ती था. मंगलवार को शिशु रोग विभाग में ओपीडी के अंदर 130 बच्चे इलाज के लिए पहुंचे इनमें से लगभग एक दर्जन वायरल बुखार से पीड़ित थे. डॉक्टरों का कहना है कि मच्छरों का प्रकोप बढ़ने की वजह से डेंगू और चिकनगुनिया के मरीजों की वृद्धि हुई है.
एक दो महीने का वक्त इस लिहाज से काफी सतर्कता वाला है. सिविल सर्जन कार्यालय ने पटना नगर निगम को शहरी इलाके में फागिंग और छिड़काव काम में तेजी लाने का निर्देश दिया है.