PATNA: बिहार में सुशासन राज के दावों की हवा निकल गई है. राजधानी पटना का अगर ये हाल है तो बाकि जिलों की स्थिति का अंदाजा खुद लगाया जा सकता है. पटना में बदमाशों को पुलिस से डर नहीं लगता है. बेखौफ होकर अपराधी क्राइम करते हैं और पुलिस मुंह ताकती रह जाती है. राजधानी पटना में पिछले 8 दिनों में 12 गोली मारने की वारदात हुई है.
राजधानी पटना में क्राइम आउट ऑफ कंट्रोल हो गया है. क्राइम की बेतहाशा बढ़ती घटनाएं पटना पुलिस की कार्यशैली पर कई सवाल खड़े करती है. पटना में पिछले 8 दिनों में 12 लोगों को गोली मारी गई है. राजधानी पटना में क्राइम का बढ़ता ग्राफ सुशासन की पुलिस के दावों की पोल खोलता है.
15 जनवरी- अकिलपुर थाना क्षेत्र में युवक की हत्या कर दी गई.
15 जनवरी- धनरूआ में पार्टी मनाने गये ठेकेदार को बदमाशों ने मौत के घाट उतार दिया.
21 जनवरी- दीघा में एक छात्र की गोली मारकर हत्या कर दी गई.
24 जनवरी- रामकृष्णा नगर में अपराधियों ने युवक की गोली मारकर हत्या कर दी.
25 जनवरी- बाढ़ के बलीपुर में युवक को गोली मारकर घायल कर दिया.
27 जनवरी- बाढ़ के जमुनीचक में युवक की सरेआम गोली मारकर हत्या कर दी गई.
28 जनवरी- जक्कनपुर थाना क्षेत्र में प्रॉपर्टी डीलर को गोली मारकर घायल कर दिया.
29 जनवरी- कंकड़बाग के चांदमारी रोड में दिनदहाड़े टीपीएस कॉलेज के प्रोफेसर की गोली मारकर हत्या कर दी गई.
29 जनवरी- NMCH के सामने लूट का विरोध करने पर व्यक्ति को गोली मार दी.
30 जनवरी- दानापुर के गोला रोड में छात्र की गोली मारकर हत्या कर दी गई.
30 जनवरी- महाराजगंज में मिठाई दुकानदार को सरेआम गोली मार दी.
30 जनवरी- सालिमपुर थाना के सैदपुर में एक दूल्हे को गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया.