PATNA : भारतीय जनता पार्टी के चमत्कारी विधायक अरुण सिन्हा लोगों की जान के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं. पटना के कुम्हरार सीट से भाजपा विधायक अरुण सिन्हा कोरोना संक्रमित होने के बावजूद भी लगातार चुनाव प्रचार कर रहे हैं. भाजपा विधायक सरेआम स्वास्थ्य मंत्रालय और इलेक्शन कमीशन की गाइडलाइंस की धज्जियां उड़ा रहे हैं.
भारतीय जनता पार्टी के विधायक अरुण सिन्हा 28 अक्टूबर को पॉजिटिव पाए गए थे. वह अभी भी कोरोना वायरस से संक्रमित हैं लेकिन इसके बावजूद भी वह जनसंपर्क कर रहे हैं. जनसभाओं को संबोधित कर रहे हैं. कई बार मीडिया में ख़बरें आने के बावजूद भी विधायक की आँख नहीं खुल रही है. बिना नेगेटिव रिपोर्ट आये ही वह लोगों से मिल रहे हैं.
जिला निर्वाचन पदाधिकारी और पटना के डीएम कुमार रवि ने कहा कि उन्हें इसकी जानकारी नहीं है. उन्होंने कहा कि वह रिटर्निंग ऑफिसर से तत्काल इसकी जांच करा रहे हैं, अगर ऐसा हुआ तो उन्हें प्रचार से रोका जाएगा और विधि-सम्मत कार्रवाई की जाएगी.
आपको बता दें कि बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के लिए रविवार को प्रचार प्रसार का आखिरी दिन है. ऐसे में विधायक कोरोना संक्रमित होने के बावजूद भी अपनी जीत के लिए लोगों की जान जोखिम में डाल रहे हैं. मीडिया में खबर आने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने 31 अक्टूबर को उनका रैपिड एंटीजन टेस्ट किया तो कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. इस रिपोर्ट के बाद उन्होंने RT-PCR जांच करवाया है, जिसका रिपोर्ट अभी भी पेंडिंग पड़ा है.
एंटीजन टेस्ट में पॉजिटिव होने के बावजूद सिन्हा प्रचार कर रहे हैं और सिविल सर्जन की टीम ने उनके इस दावे पर उन्हें प्रचार करने की छूट दे दी कि एंटीजन टेस्ट गलत हो सकता है, इसलिए RT-PCR टेस्ट की रिपोर्ट आने तक उन्हें प्रचार करने दिया जाए. RT-PCR की रिपोर्ट आने में 24 से 48 घंटे का वक्त लगता है, तब तक वह प्रचार कर सकते हैं. सिन्हा के एंटीजन टेस्ट रिपोर्ट को अब तक सार्वजनिक नहीं किया गया है और ना ही उन्हें प्रचार से रोका गया है.