PATNA : आय से डेढ़ गुनी संपत्ति मिलने के मामले में आखिरकार जक्कनपुर के थानेदार रहे कमलेश प्रसाद शर्मा को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया. आर्थिक अपराध की रिपोर्ट मिलने के बाद यह कार्रवाई आईजी रेंज संजय सिंह ने की है. थानेदार के खिलाफ विभागीय जांच के भी आदेश दिए हैं. कमलेश प्रसाद शर्मा के चार ठिकानों पर हुई आर्थिक अपराध इकाई की छापेमारी में 92 लाख रुपये मिलने के बाद विभाग ने बड़ी कार्रवाई की है.
गौरतलब हो कि बिहार की आर्थिक अपराध इकाई ने शनिवार को पटना से सारण तक जक्कनपुर के थानेदार रहे केपी शर्मा के ठिकानों पर छापेमारी की थी. छापेमारी की कार्रवाई में केपी शर्मा की दो करोड़ तीन लाख 25 हजार की चल-अचल संपत्ति का पता चला था जबकि उनकी आय केवल 1, 88, 41, 215 रुपये रही है.
एसएसपी उपेंद्र शर्मा ने जक्कनपुर थानेदार रहे केपी शर्मा को पद से हटा दिया गया था. केपी शर्मा को सस्पेंड किए जाने की पुष्टि आईजी रेंज संजय सिंह ने की है. उनका कहना है विभागीय जांच पूरी होने के बाद नियमानुसार उनके खिलाफ आगे की कार्रवाई की जाएगी. आपको बता दें कि बिहार पुलिस के इंस्पेक्टर कमलेश प्रसाद शर्मा पर आर्थिक अपराध शाखा ने शनिवार को कार्रवाई की थी. कमलेश प्रसाद शर्मा इस समय जक्कनपुर के थाना अध्यक्ष थे. कमलेश प्रसाद शर्मा के चार ठिकानों पर आर्थिक अपराध इकाई की छापेमारी में उनकी पत्नी के नाम पर दो फ्लैट खरीदे जाने के कागजात मिले हैं. इन्हें 31 लाख रुपए में खरीदा गया है.
थानेदार और उनकी पत्नी के बैंक खातों में 92 लाख 80 हजार 770 रुपये नकद जमा पाए गए हैं. तलाशी के दौरान जांच टीम ने करीब 11 बैंक खाते, पोस्ट आफिस में निवेश से जुड़े कागज और अन्य कागजात जब्त किए हैं, जिनकी समीक्षा की जा रही है. बैंक खातों को फ्रीज करने का निर्देश दिया गया है. जक्कनपुर के थाना प्रभारी कमलेश प्रसाद शर्मा के आरा गार्डन स्थित श्रेया अपार्टमेंट 104 नंबर एवं कार्यालय और सारण स्थित पैतृक आवास में ये छापेमारी की गई थी.
ईओयू अधिकारियों के अनुसार कमलेश प्रसाद शर्मा इससे पहले बख्तियारपुर के थानाध्यक्ष थे. वहां से तबादले के बाद हाल ही में जक्कनपुर थाने की जवाबदेही मिली थी. उनके खिलाफ पद का दुरुपयोग कर अवैध स्रोत से कमाई करने की गुप्त सूचना मिली थी. सत्यापन के दौरान इसकी पुष्टि होने पर उनके विरुद्ध आय से अधिक संपत्ति के मामले में प्राथमिकी दर्ज करते हुए कार्रवाई शुरू की गई है. ईओयू अधिकारियों के अनुसार, कागजातों की जांच और अग्रतर कार्रवाई में कई और चल-अचल संपत्ति की जानकारी मिलने की संभावना है.