पटना : ज्यादातर स्कूल मंगलवार से खुलेंगे, गर्मी को देखते हुए उसी दिन छुट्टियों पर फैसला ले सकता है जिला प्रशासन

पटना : ज्यादातर स्कूल मंगलवार से खुलेंगे, गर्मी को देखते हुए उसी दिन छुट्टियों पर फैसला ले सकता है जिला प्रशासन

PATNA : बिहार में समय से पहले पड़ रही प्रचंड गर्मी ने लोगों का जीना मुहाल कर रखा है। आपदा प्रबंधन विभाग को एडवाइजरी जारी कर यह बताना पड़ा है कि दोपहर के वक्त अगर बहुत जरूरी ना हो तो घर से बाहर ना निकलें। शनिवार को भी बिहार के 5 जिलों में हीट वेब की स्थिति रही। पटना और गया का तापमान 42 डिग्री के आसपास बना रहा जबकि कई जिलों में पारा 42 से भी ऊपर रिकॉर्ड किया गया। गर्मी को देखते हुए पटना जिला प्रशासन ने सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूलों को एक 11:45 बजे तक के संचालित करने का आदेश दिया है। सभी स्कूलों को सख्ती से इसका पालन भी करना होगा। 


आज रविवार का दिन है। पटना के कई स्कूल सोमवार से खुल जाएंगे लेकिन ज्यादातर बड़े स्कूल मंगलवार से खुलने वाले हैं। दरअसल आज ईस्टर है और मिशनरी स्कूल ईस्टर के बाद अगले दिन यानी सोमवार को भी बंद हैं। मंगलवार को जब स्कूल खुलेंगे तो उनका संचालन जिला प्रशासन के निर्देश के मुताबिक ही होगा लेकिन हीट वेब की स्थिति को देखते हुए स्कूल जब खुलेंगे तो उसपर जिला प्रशासन की भी नजर होगी। जिला प्रशासन के सूत्रों की माने तो मंगलवार को हालात कैसे रहते हैं इसे देखते हुए आगे का फैसला लिया जाएगा। संभव है कि गर्मी को देखते हुए जिला प्रशासन स्कूलों को बंद करने का फैसला ले ले। 


आपको बता दें कि बिहार में इस वक्त लगभग एक महीने पहले ही भीषण गर्मी पड़ रही है। गर्मी की छुट्टियां पहले 15 मई तक हुआ करती थी लेकिन इस बार यह समय से पहले घोषित हो सकती हैं। पटना जिला प्रशासन ने भीषण गर्मी को देखते हुए सभी विभागों को अलर्ट कर दिया है ताकि अगलगी, लू और गर्म हवाओं की चपेट में आने से लोग प्रभावित न हों। डीएम ने आपदा प्रबंधन के अधिकारियों से कहा है कि वे अपने स्तर से इस मौसम में होने वाली घटनाओं को रोकने के लिए एसओपी पर काम शुरू कर दें। 


शनिवार को डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने अधिकारियों के साथ बैठक कर घटनाओं को रोकने के लिए रणनीति बनाई। उन्होंने कहा कि गर्मी से मानव के साथ-साथ पशु पक्षियों पर भी प्रभाव हो सकता है इसलिए विभाग के अधिकारी अपने स्तर से काम करें। डीएम ने जिला पशुपालन पदाधिकारी को निर्देश दिया है कि सरकारी ट्यूबवेल के पास गड्ढा खुदवाकर पानी जमा किया जाए ताकि पशु पक्षी को पानी मिले।