पटना हाईकोर्ट ने मांगा ब्यौरा, कोरोना के नए वेरिएंट "ओमिक्रॉन" को लेकर क्या है तैयारी

पटना हाईकोर्ट ने मांगा ब्यौरा, कोरोना के नए वेरिएंट "ओमिक्रॉन" को लेकर क्या है तैयारी

PATNA : पटना हाईकोर्ट में कोरोना महामारी से संबंधित जनहित याचिकाओं पर सुनवाई की गई. शिवानी कौशिक व अन्य के जनहित याचिकाओं पर चीफ जस्टिस संजय करोल की खंडपीठ ने सुनवाई करते हुए केंद्र सरकार से बिहार को ऑक्सीजन आपूर्ति और उपलब्धता के बारे में पूरा ब्यौरा मांगा है. पिछली सुनवाई के दौरान खंडपीठ ने कहा था कि कोरोना के नए वैरिएंट के मद्देनजर हमें डरने की आवश्यकता नहीं है, लेकिन सावधान रहने की जरूरत है. कोरोना का खतरा अभी भी बरकरार है.


 पिछली सुनवाई में खंडपीठ ने राज्य सरकार से कोरोना को लेकर राज्य भर में कराई गई सुविधाओं के संबंध में विस्तृत ब्यौरा तलब किया था. कोर्ट ने विशेष तौर  साउथ अफ्रीका में फैले कोविड के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन  के मद्देनजर  राज्य में ऑक्सीजन के उत्पादन और भंडारण के संबंध में राज्य सरकार को सूचित करने को कहा था. कोर्ट को महाधिवक्ता ने यह बताया था  कि लोग कोरोना संबंधी दिशानिर्देश को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं और नियमों का पालन सख्ती से नहीं कर रहे हैं. अभी भी अधिकतर लोग मास्क नहीं पहन रहे हैं. 


आपको बता दें कि पिछली सुनवाई में कोर्ट ने  केंद्र सरकार को भी बिहार में आक्सीजन की आपूर्ति के संबंध में विस्तृत जानकारी देने को कहा था. एम्स, पटना के अधिवक्ता विनय कुमार पांडेय ने बताया कि कोर्ट ने उसके पूर्व भी राज्य भर में उपलब्ध मेडिकल स्टाफ, दवाइयां, आक्सीजन व एम्बुलेंस आदि के संबंध में ब्यौरा तलब किया था. इस मामले पर अब 16 दिसम्बर 2021 को फिर सुनवाई की जाएगी.