DESK: देश के दो अलग अलग हाईकोर्ट से दो जजों को पटना हाईकोर्ट में तबादले की खबर के बाद हंगामा मच गया है. सुप्रीम कोर्ट के कॉलेजियम ने इन दो जजों को पटना हाईकोर्ट ट्रांसफर करने का फैसला लिया है. पटना हाईकोर्ट में जजों के कई पद रिक्त हैं. लेकिन कॉलेजियम के इस फैसले की खबर मिलने के बाद उन दोनों राज्यों में वकीलों ने हंगामा खड़ा कर दिया जहां से जजों का ट्रांसफर पटना कर दिया गया है.
तेलंगाना और गुजरात हाईकोर्ट में हंगामा
दरअसल बुधवार को सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम की बैठक हुई थी. इसमें तेलंगाना और गुजरात हाईकोर्ट के दो जजों का पटना ट्रांसफर करने का फैसला लिया गया था. सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने तेलंगाना हाईकोर्ट के जज ए. अभिषेक रेड्डी और गुजरात हाईकोर्ट के जज निखिल एस कारियल का पटना ट्रांसफर करने का फैसला लिया है. लेकिन दोनों जजों के ट्रांसफर की खबर के बाद वहां हंगामा मच गया है.
तेलगांना हाईकोर्ट एडवोकेट एसोसियेशन ने गुरूवार को अपनी आपात बैठक बुलायी. बैठक में ये प्रस्ताव पारित किया गया कि सारे वकील शुक्रवार और शनिवार को काम का बहिष्कार करेंगे. वकील तेलंगाना हाईकोर्ट के जस्टिस ए अभिषेक रेड्डी के पटना तबादले का विरोध कर रहे हैं. वकील कल फिर बैठक कर आगे की रणनीति तय करेंगे.
उधर गुजरात हाईकोर्ट में भी गुरूवार को हंगामा हुआ. गुजरात हाईकोर्ट एडवोकेट एसोसियेशन ने अपने जज निखिल एस कारियल के पटना तबादले के खिलाफ अऩिश्चितकाल तक काम के बहिष्कार का एलान कर दिया है. वकीलों का एक समूह गुजरात हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस के कोर्ट में भी पहुंचा और जस्टिस निखिल के ट्रांसफर पर विरोध जताया. जब चीफ जस्टिस अरविंद कुमार ने वकीलों से पूछा कि वे कोर्ट में क्यों जमा हुए हैं तो वकीलों ने कहा कि जस्टिस निखिल के ट्रांसफर से लोकतंत्र की मृत्यु हुई है. वे उसका शोक मनाने आये हैं. गुजरात हाईकोर्ट के वकीलों ने प्रस्ताव पारित किया है कि उनका एक प्रतिनिधिमंडल सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस से मिलकर इस ट्रांसफर को रद्द करने की मांग करेगा.