PATNA : बिहार में निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए राज्य निर्वाचन आयोग चाहे लाख कोशिश है कर रहा हो लेकिन लोगों को लालच देकर वोट हासिल करने वाले उम्मीदवारों ने शराब को बड़ा हथकंडा बना लिया है बिहार में पंचायत चुनाव को लेकर शराब की तस्करी बढ़ गई है यह नहीं करें बल्कि खुद सरकार के आंकड़े इस बात की गवाही दे रहे हैं।
मद्य निषेध इकाई ने पंचायत चुनाव को लेकर अब तक जो सख्ती बढ़ाई है उस दौरान बड़ी तादाद में शराब की जब्ती की जा चुकी है। आचार संहिता लागू होने के बाद से पुलिस ने अब तक तकरीबन साढे 4 लाख लीटर शराब जब्त किया है। इसमें से 25 फीसदी से ज्यादा शराब पहले चरण वाले चुनाव के इलाकों में पकड़ी गई है। इसका मतलब साफ है कि पंचायत चुनाव के दौरान शराब का जबरदस्त खेल हो रहा है।
इतना ही नहीं मद्य निषेध और उत्पाद विभाग की टीम ने भी इस माह 1.20 लाख लीटर से अधिक शराब पकड़ी है। 24 अगस्त से पूरे राज्य में 4 लाख 50 हजार लीटर से अधिक शराब जब्त की गई है। इसमें एक लाख 25 हजार लीटर शराब सिर्फ पहले चरण के 10 जिलों से बरामद हुई है। मद्यनिषेध टीम ने दो दिनों में ही 17 हजार लीटर से अधिक शराब जब्त की है।