पंचायत चुनाव : पड़ोसी राज्यों से लगी सीमा पर बढ़ी चौकसी, बिहार-नेपाल सीमा पर भी नाकेबंदी

पंचायत चुनाव : पड़ोसी राज्यों से लगी सीमा पर बढ़ी चौकसी, बिहार-नेपाल सीमा पर भी नाकेबंदी

PATNA : बिहार में शांतिपूर्ण पंचायत चुनाव कराना सरकार की प्राथमिकता में फिलहाल सबसे ऊपर है। राज्य निर्वाचन आयोग की तरफ से पंचायत चुनाव की प्रक्रिया जारी है और इसे देखते हुए अब सुरक्षा को भी मजबूत किया जा रहा है। बिहार से लगे अन्य राज्यों की सीमा पर चौकसी बढ़ा दी गई है। बिहार के डीजीपी एसके सिंघल ने उत्तर प्रदेश, झारखंड और पश्चिम बंगाल के डीजीपी को पत्र लिखा है और सीमावर्ती इलाकों में सुरक्षा इंतजामों को लेकर सहयोग करने का आग्रह किया है। इतना ही नहीं बिहार के डीजीपी ने सशस्त्र सीमा बल यानी एसएसबी के डीजी को भी एक पत्र भेजा है। एसएसबी के डीजी से आग्रह किया गया है कि पंचायत चुनाव को लेकर सीमावर्ती इलाकों में विशेष चौकसी रखी जाए। 


पंचायत चुनाव में पड़ोसी राज्यों से आने वाले अपराधी गड़बड़ी कर सकते हैं। सीमावर्ती इलाके में गड़बड़ी की आशंका को देखते हुए चौकसी बढ़ाने का फैसला किया गया है। बॉर्डर वाले इलाके पर खास तौर पर नाकेबंदी रखी जाएगी ताकि चुनाव के दौरान अपराधी याद दबंग किस्म के लोग कोई गड़बड़ी ना कर पाएं। पड़ोसी राज्यों के साथ-साथ बिहार कि नेपाल से सटी सीमा पर भी सुरक्षा मुस्तैद करने का फैसला किया गया है। भारत की तरफ से अर्ध सैनिक बल और एसएसबी के जवानों की तैनाती सीमा वाले इलाके में है। नेपाल से बिहार या बिहार से नेपाल आने जाने को लेकर कोई रोक तो नहीं होगी लेकिन चुनाव के दौरान खुली सीमा का फायदा उठाकर कोई गड़बड़ी ना फैला पाए इसके लिए पूरी मुस्तैदी रखी जाएगी। पंचायत चुनाव के दिन जो सीमावर्ती इलाके हैं वहां नाकेबंदी की व्यवस्था होगी।


इतना ही नहीं पंचायत चुनाव को लेकर बिहार पुलिस ने खास सतर्कता बरतते हुए ऐसे अपराधियों पर भी नकेल कसने का फैसला किया है जो पड़ोसी राज्यों में छिपे बैठे हैं। ऐसे लोगों की पहचान कर उन पर नकेल कसी जाएगी। अपराधिक पृष्ठभूमि वाले लोगों के खिलाफ सीसीए लगाने का भी फैसला किया गया है। बड़ी तादाद में पंचायत चुनाव के दौरान सीसीए लगाने की कार्रवाई की जाएगी। पंचायत चुनाव शांतिपूर्ण तरीके से हो पाए इसके लिए यह सारे इंतजाम किए जा रहे हैं।