ब्रेकिंग न्यूज़

बिहार चुनाव 2025 की पहली रैली में नीतीश कुमार बोले – अब बिहार में नहीं है डर, हर गांव तक पहुंचा विकास; लालू के समय होता था यह काम Bihar Election 2025: बिहार के चुनावी समर में मायावती की पार्टी, BSP ने जारी की 40 स्टार प्रचारकों की लिस्ट Bihar Election 2025: बिहार के चुनावी समर में मायावती की पार्टी, BSP ने जारी की 40 स्टार प्रचारकों की लिस्ट Bihar News: देश से विदेश तक साइबर ठगी का जाल, बिहार में NGO के खाते में आए करोड़ों रुपए; खुलासे से हड़कंप Bihar Politics : बिहार के डिप्टी सीएम की संपत्ति में बड़ा खुलासा, पत्नी निकली आगे; राइफल और रिवॉल्वर के भी शौकीन; जानिए पूरी डिटेल्स Bihar Election 2025: बिहार में नामांकन के दौरान दो पार्टियों के समर्थकों के बीच भिड़ंत, पुलिस को करना पड़ा लाठीचार्ज Chhath Puja 2025: छठ पूजा में नाक से मांग तक सिंदूर क्यों लगाती हैं महिलाएं? जान लें क्या है इसका कारण Green Crackers: क्या है ग्रीन पटाखा, बाकी से क्यों है अधिक कीमत? जानें पूरी डिटेल FSSAI Act 2006 : “FSSAI ने ORS शब्द पर लगाया प्रतिबंध, केवल इन उत्पादों पर ही लगेगा यह टैग; जानिए वजह Bhagwat Chapter One Raakshas Review: अरशद और जितेंद्र की जोड़ी ने रच दिया थ्रिलर धमाका, जानें पूरा रिव्यु

पद्मिनी एकादशी का व्रत आज, जानें महत्व और व्रत की विधि

1st Bihar Published by: Updated Sun, 27 Sep 2020 01:03:36 PM IST

पद्मिनी एकादशी का व्रत आज, जानें महत्व और व्रत की विधि

- फ़ोटो

DESK : आज एकादशी की तिथि है. यह तिथि भगवान विष्णु को समर्पित होती है. पंचांग के अनुसार अधिक मास में शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को पद्मिनी एकादशी के नाम से जाना जाता है. इसलिए हिन्दू धर्म में एकादशी तिथि का व्रत रखा जाता है. एकादशी का व्रत भगवान विष्णु को समर्पित है. पद्मिनी एकादशी को अधिक मास में इसलिए महत्वपूर्ण माना जाता है क्योंकि अधिक मास को भगवान विष्णु का मास माना जाता है. 


क्या आप जानते है पुरुषोत्तम भगवान विष्णु का ही एक नाम है. एकादशी तिथि हिन्दू पंचांग की ग्यारहवीं तिथि होती है, जो एक माह में दो बार (कृष्ण पक्ष की एकादशी और शुक्ल पक्ष की एकादशी) आती है. पौराणिक शास्त्रों में इसे हरि वासर या हरि दिन के नाम से जाना जाता है. तो चलिए जानते है 2020  में कितने एकादशी के व्रत है. 


1. पुत्रदा एकादशी - 6 जनवरी 2020


2. षटतिला एकादशी - 20 जनवरी 2020


3. जया एकाशी - 5 फरवरी 2020


4. विजया एकादशी - 19 फरवरी 2020


5. आमलकी एकादशी - 06 मार्च 2020


6. पापमोचिनी एकादशी - 19 मार्च 2020


7. कामदा एकादशी - 4 अप्रैल 2020


8. वरुथिनी एकादशी - 18 अप्रैल 2020


9. मोहिनी एकादशी - 4 मई 2020


10. अपरा एकादशी - 18 मई 2020


11. निर्जला एकादशी - 2 जून 2020


12. योगिनी एकादशी - 17 जून 2020


13. देवशयनी एकादशी - 1 जुलाई 2020 


14. कामिका एकादशी - 16 जुलाई 2020


15. श्रावण पुत्रदा एकादशी - 30 जुलाई 2020


16. अजा एकादशी - 15 अगस्त 2020


17. परिवर्तिनी एकादशी - 19 अगस्त 2020


18. इन्दिरा एकादशी - 13 सितंबर 2020


19. पद्मिनी एकादशी - 27 सितंबर 2020


20. परम एकादशी - 13 अक्टूबर 2020


21. पापांकुशा एकादशी - 27 अक्टूबर 2020


22. रमा एकादशी - 11 नवंबर 2020


23. देव उठनी एकादशी - 25 नवंबर 2020


24. उत्पन्ना एकादशी - 11 दिसंबर 2020


25. मोक्षदा एकादशी - 25 दिसंबर 2020


व्रत की विधि : 27 सितंबर 2020 को प्रात: काल सूर्य निकलने से पूर्व स्नान करने के बाद पूजा आरंभ करें. एकादशी का व्रत भगवान विष्णु को समर्पित है. इस दिन भगवान विष्णु की पूजा की जाती है और विष्णु पुराण का उच्चारण करना चाहिए. यह व्रत रात्रि और सभी प्रहर में किया जाता है और इस व्रत को करने से पुण्य प्राप्त होता है.