PATNA : कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रोन का पहला मरीज पटना में पाया गया है. बिहार में ओमिक्रोन का पहला संक्रमित मिलने के बाद अब नीतीश सरकार की नींद टूटती नजर आ रही है. प्रदेश के अंदर अब तक ओमिक्रोन का सैंपल टेस्ट करने का इंतजाम नहीं है.
जिनोम सीक्वेंसिंग टेस्ट के लिए यहां इंतजाम नहीं होने के कारण रिपोर्ट मिलने में काफी देरी होती है. टेस्ट सैंपल जांच के लिए दिल्ली भेजना पड़ता है और रिपोर्ट आने में तकरीबन 15 से 20 दिनों का वक्त लग जाता है. ऐसे में अब जबकि पहला मरीज मिल चुका है मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक हाई लेवल मीटिंग बुलाई है.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि बिहार में ओमिक्रोन की शुरुआत हो चुकी है. तीसरी लहर सबके सामने है. ऐसे में हमें सचेत रहने की भी जरूरत है. नीतीश कुमार ने कहा है कि राज्य में अब तक ओमिक्रोन का टेस्ट नहीं हो रहा है. इसलिए जरूरी हो जाता है कि इसका इंतजाम नहीं किया जाए. आज शाम उन्होंने अधिकारियों की महत्वपूर्ण बैठक बुलाई है.
सीएम नीतीश ने कहा कि बिहार में कोरोना के संक्रमण का जो दौर था वह कम हो गया था लेकिन कुछ दिनों से बढ़ गया है. और सबसे ज्यादा बिहार की राजधानी पटना और गया में है. मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि हालांकि तैयारी पूरी की गई है और सरकार के द्वारा जांच की भी काफी संख्या में की जा रही है. बाहर से लोग जो आ रहे है उससे अधिक मामले बढ़ रहे है. लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है.
बता दें कि बिहार में कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन का पहला मरीज गुरुवार को मिला. बिहार में कोरोना के नए वेरिएंट मिलने के बाद से हड़कंप मचा हुआ है. गुरुवार को पटना में 60 नए कोरोना मरीजों की पहचान हुई है. पटना के पीएमसीएच में एक डॉक्टर भी संक्रमित पाए गए. हैं. जबकि आईजीआईसी में भी एक डॉक्टर पॉजिटिव पाए गए हैं. एक रिटायर्ड डीएसपी और उनकी पत्नी भी संक्रमित पाई गई हैं. पीएमसीएच में गुरुवार को 10 सैंपल की जांच की गई और यह सभी पॉजिटिव पाए गए. इनमें से 8 मरीज पटना के हैं. शहर के अलग-अलग इलाके से नए संक्रमित मिल रहे हैं. लिहाजा लोगों को सचेत रहने के लिए कहा जा रहा है.