PATNA : ‘मिट्टी में मिल जायेंगे लेकिन भाजपा के साथ नहीं जायेंगे’ वाला बयान देकर BJP से गले मिलने वाले नीतीश कुमार ने अब वैसा ही नया दावा कर दिया है. पटना में जेडीयू की बैठक में नीतीश कुमार ने अपनी पार्टी के वर्करों की मीटिंग में कहा-2017 में बीजेपी के साथ जाकर मैंने मूर्खता कर दी. अब जब तक हमारी पार्टी है तब तक भाजपा के साथ कभी नहीं जाऊंगा...नेवर. नीतीश ने कहा कि वे इन दिनों बेहद खुश हैं, मुस्कुराते रहते हैं क्योंकि बीजेपी से पल्ला झाड़ लिया है. बता दें कि 2015 में नीतीश कुमार ने बिहार विधानसभा में बहुचर्चित बयान दिया था. नीतीश ने सदन में कहा था-मिट्टी में मिल जायेंगे लेकिन बीजेपी के साथ कभी नहीं जाऊंगा. दो साल बाद नीतीश कुमार ने बीजेपी का दामन थाम लिया था. इस दफे नीतीश कुमार ने अपनी पार्टी की बैठक में फिर से ऐसा ही दावा कर दिया है.
नीतीश की नयी कसम
पटना में जेडीयू की राष्ट्रीय पर्षद की बैठक में नीतीश कुमार ने अपनी पार्टी की नेताओं को संबोधित करते हुए कहा
“हम तो बीजेपी से अलग हो गया था. 2015 में हमने राजद-कांग्रेस के साथ सरकार बनायी थी. सब अच्छा चल रहा था. लेकिन एक गलती 2017 में हो गयी. हम बीजेपी के साथ चले गये वो हमारी मूर्खता थी. उसके बाद ये अहसास हुआ कि किस तरह से हम लोग के साथ धोखा हुआ. ऐसे लोगों के साथ रहने का मतलब क्या है. अब जान लीजिये. जब तक हमलोग की पार्टी है, भाजपा के साथ किसी भी तरह का समझौता भविष्य में हमलोग नहीं करेंगे. नेवर, ये सवाल ही अब पैदा नहीं होता है.”
नीतीश ने अपनी पार्टी की बैठक में कहा कि 2017 में बीजेपी के साथ जाने के कारण दूसरे राज्यों में जेडीयू के कई लोग पार्टी छोड कर चले गये थे. वे सब अब वापस आने लगे हैं. नीतीश ने कहा कि उन्होंने भाजपा का साथ छोड़ा तो देश भर में सियासत बदल गयी है. अब पूरे देश के विपक्षी दलों में उत्साह आय़ा है.
बीजेपी से रिश्ता तोड़ कर बहुत खुश हूं
नीतीश ने अपनी पार्टी के नेताओं से कहा कि आपलोगों ने देखा होगा कि इन दिनों मैं बहुत खुश रहता हूं. मुस्कुराता रहता हूं. मैं खुश इसलिए रहता हूं कि मैंने बीजेपी से पल्ला झाड़ लिया. अब जेडीयू के नेता-कार्यकर्ता भी खुश रह रहे हैं. सब खुश हैं कि बीजेपी से पल्ला झाड़ लिया गया.
क्या इस कसम पर कायम रहेंगे नीतीश
वैसे सवाल ये उठ रहा है कि क्या नीतीश अपनी इस कसम पर कायम रहेंगे. इतिहास इसकी गवाही नहीं देता. नीतीश कुमार ने नरेंद्र मोदी के मुद्दे पर 2013 में बीजेपी से अपने रिश्ते तोड़ लिये थे. नीतीश ने कहा था कि वे किसी सूरत में नरेंद्र मोदी के साथ राजनीति कर ही नहीं सकते हैं. उसके बाद वे राजद-कांग्रेस के साथ चले गये. 2015 में उन्होंने बिहार विधानसभा में कह दिया कि वे मिट्टी में मिल जायेंगे लेकिन बीजेपी के साथ कभी नहीं जायेंगे. लेकिन 2017 में वे फिर से बीजेपी और नरेंद्र मोदी के साथ चले गये. 2022 में उन्होंने फिर बीजेपी से पल्ला झाड़ा है तो एलान किया है कि अब कभी जिंदगी में भाजपा से किसी तरह का कोई समझौता नहीं करेंगे. सियासत के जानकार ये आकलन करने में लगे हैं कि नीतीश के इस दावे पर कितना यकीन किया जाये.