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1st Bihar Published by: Updated Tue, 25 Feb 2020 06:53:11 PM IST
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PATNA : LJP के चश्म-ओ-चिराग आखिरकार चाहते क्या हैं. चिराग पासवान ने अब तक नीतीश कुमार को झूठा और नीच कहने वाले की तारीफ कर दी है. इससे पहले वे राज्य सरकार के स्टैंड के खिलाफ जाकर नियोजित शिक्षकों से लेकर दरोगा अभ्यर्थियों का समर्थन कर चुके हैं.
चिराग को PK पसंद हैं
मीडिया से बात करते हुए चिराग पासवान ने कहा " कन्हैया कुमार से हमारी विचारधारा मेल नहीं खाती. लेकिन प्रशांत किशोर बिहार को लेकर जो कुछ कह रहे हैं वो सही लग रहा है. बिहार की स्थिति सुधारने के लिए अगर कोई सही बात करता है तो मैं उसका स्वागत करूंगा." ये वही प्रशांत किशोर हैं जिन्होंने खुलेआम ट्वीटर पर नीतीश कुमार को झूठा कहा था. नीतीश कुमार को उन्हें नीचे स्तर का नेता भी करार दिया था. बिहार में प्रेस कांफ्रेंस कर नीतीश सरकार को फेल करार दिया था. उन्होंने आंकड़े जारी कर कहा था कि नीतीश कुमार के राज में बिहार और पीछे चला गया. चिराग पासवान उनका स्वागत कर रहे हैं.
क्या भांप लिया है हवाओं का रूख
चिराग पासवान के पिता रामविलास पासवान को सियासी मौसम वैज्ञानिक कहा जाता है. पूरे देश में चर्चा होती है कि सियासी हवाओं का रूख भांप कर रामविलास पासवान अपना रूख बदल लेते हैं. तो क्या चिराग भी उनके ही नक्शे कदम पर हैं. ये जगजाहिर है कि नीतीश कुमार अपनी बेइज्जती को नहीं भूलते हैं. जाहिर है प्रशांत किशोर ने जिस तरीके से उनकी इज्जत उतारी है उसे नीतीश भूल नहीं पायेंगे. लेकिन चिराग पासवान प्रशांत किशोर का स्वागत कर रहे हैं. तो क्या नीतीश कुमार चिराग पासवान की पॉलिटिक्स को भूल पायेंगे.
इससे पहले भी चिराग पासवान ने नीतीश सरकार को मुश्किलों में खडा किया है. उन्होंने राज्य सरकार के स्टैंड के खिलाफ जाकर नियोजित शिक्षकों को नियमित शिक्षकों की तरह वेतनमान देने की मांग कर दी है. चिराग बोल रहे हैं कि वे अपने घोषणापत्र में इसे शामिल करायेंगे. वहीं दरोगा बहाली को लेकर भी उन्होंने सरकार के खिलाफ स्टैंड लिया है. हजारों युवा दरोगा बहाली में ग़ड़बड़ी की शिकायत लेकर सड़क पर उतर गये हैं. सरकार कह चुकी है कि बहाली में कोई गड़बड़ी नहीं हुई. लेकिन चिराग पासवान ने पत्र लिखकर इस मामले की सीबीआई जांच की मांग कर दी है. यानि वे कह रहे हैं कि बहाली में गड़़बड़ी तो हुई ही है बिहार सरकार की जांच एजेंसियों पर भी उन्हें भरोसा नहीं है. लिहाजा इस मामले की जांच सीबीआई से करायी जानी चाहिये.
क्यों बेचैन हैं चिराग पासवान
सियासी जानकारों की मानें तो चिराग पासवान बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर जेडीयू-बीजेपी से कोई तवज्जों नहीं मिलने से बेचैन हैं. दोनों बड़ी पार्टियों ने अब तक उनसे कोई बात की ही नहीं है. जबकि बीजेपी ने नीतीश कुमार के नेतृत्व में चुनाव लड़ने का एलान कर दिया है. बीजेपी के नेताओं की नीतीश से सीट शेयरिंग पर भी बात शुरू होने की खबर है.
इस हालत में चिराग बेचैन हैं. वे चुनाव से पहले प्रेशर बढ़ाना चाह रहे हैं. हालांकि ये दांव उल्टा भी पड़ सकता है. अगर बीजेपी-जेडीयू ने चिराग के बयानों को गंभीरता से ले लिया तो फिर LJP के लिए आने वाले दिन मुश्किल भरे हो सकते हैं.