PATNA: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में दो घंटे से चल रही सर्वदलीय बैठक खत्म हो गयी है। इस बैठक में 9 दलों के नेता शामिल हुए। बैठक में जातीय गणना के आंकड़ों को लेकर चर्चा हुई। इस दौरान बीजेपी के नेताओं ने कई सुझाव दिये। बीजेपी ने जातीय गणना पर कई सवाल उठाए कहा कि हड़बड़ी में कई गड़बड़ी हुई है।
वही कांग्रेस नेता शकील अहमद ने मीडिया से बातचीत में कहा कि इन आंकड़ों से देश और समाज उन्नति करेगा। कांग्रेस इसका स्वागत करती है। शकील अहमद ने कहा कि हम भी जातीय गणना रिपोर्ट का स्वागत करते हैं। सभी चीजों पर सबकी सहमति जरूरी है। बिहार पहला राज्य है जिसने अपने बलबूते जातीय गणना करायी है। जबकि भाजपा ने जातीय गणना कराने से इनकार किया था। यही सच्चाई है भाजपा को यह बात समझना चाहिए। शकील अहमद ने कहा कि आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट भी जल्द ही जारी किया जाएगा। इसके बिना तो कुछ होता नहीं है। अगला सत्र जब शुरू होगा तो सरकार अपनी पूरी पोजिशन को रखेगी। जातीय गणना रिपोर्ट जारी किये जाने पर बैठक में शामिल हर पार्टियों ने धन्यवाद दिया है।
वही इस सर्वदलीय बैठक में बीजेपी के नेता भी पहुंचे थे। बीजेपी नेता और बिहार विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा ने कहा कि टूकड़े-टूकड़े में ये रिपोर्ट क्यों जारी कर रहे है। मैं तो चाहता हूं कि एक बार आर्थिक रिपोर्ट भी जारी हो। उन्होंने यह भी कहा कि समाज के जिन लोगों को जातीय गणना रिपोर्ट से आपत्ति है उनकों आपत्ति का अवसर मिलना चाहिए। विजय सिन्हा ने कहा कि हमलोगों ने अपनी आपत्ति को दर्ज की बताया कि ये सब कमियां है। जो आपत्ति है इसका निष्पादन होना चाहिए। हमने कहा कि इसमें आपत्ति दर्ज करने का अवसर मिलना चाहिए। हमारी बातें सुनने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने पदाधिकारियों को कहा कि ठीक है उस आपत्ति को देख लीजिए।
वही माले विधायक महबूब आलम ने कहा कि विकास योजनाओं का लाभ सबको मिले। जमीन संबंधी मामले को देखा जाए। बीजेपी ने जातीय गणना को रोकने की तमाम कोशिश की लेकिन कामयाबी नहीं मिली। महबूब आलम ने बताया कि सर्वदलीय बैठक के दौरान बीजेपी ने कहा है कि गिनती करने में यदि कही त्रुटियां रह गयी है तो उसे दूर किया जाए।