PATNA : मिशन 2024 को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दिल्ली प्रवास पर है। तीन दिनसीय दौरे के दौरान सीएम लगातार विपक्षी दलों के नेताओं से मुलाकात कर उन्हें बीजेपी के खिलाफ एकजुट करने की कोशिश में लगे हैं। नीतीश के दिल्ली दौरे पर बीजेपी के राज्यसभा सांसद और बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम सुशील मोदी ने बड़ा हमला बोला है। सुशील मोदी ने कहा है कि एक तरफ जहां बिहार की जनता बाढ़ और सुखाड़ से त्राहिमाम कर रही है वहीं दूसरी तरफ नीतीश दिल्ली के राजनीतिक पर्यटन पर हैं।
सुशील मोदी ने कहा है कि जब बिहार की जनता बाढ और सूखे की दोहरी मार झेल रही है, तब नीतीश सुर्खियों बटोरने के लिए दिल्ली के राजनीतिक पर्यटन पर हैं। उन्होंने कहा कि 1960 के दशक में डा. राममनोहर लोहिया और 1974-77 के बीच जेपी ने जिस कांग्रेस के खिलाफ लंबी लड़ाई लड़ी, उसके नेतृत्व की सबसे नकारा पीढ़ी के आगे लालू प्रसाद के बाद नीतीश कुमार का नतमस्तक होना अत्यंत ही दुखद है।
उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार उन दलों को कांग्रेस के साथ लाने के मिशन इम्पॉसिबल पर हैं, जो कई राज्यों में कांग्रेस से लड़कर ही सत्ता में आए हैं। नीतीश कुमार का पूर्व पीएम एचडी देवेगौड़ा से मिलना इस बात का संकेत है कि वे केंद्र में अस्थिर और कमजोर सरकार वाला दौर लौटा कर देश के दुश्मनों की मदद करना चाहते हैं।
1990 के दशक में देवगौड़ा-गुजराल समेत 6 प्रधानमंत्री हुए थे। नीतीश कुमार उस दौर से बाहर नहीं निकल पाए। नीतीश कुमार उस कांग्रेस से मिल रहे हैं, जो केवल दो राज्यों में सिमट चुकी है। वे उन वाम दलों को भी जोड़ना चाहते हैं, जिनका वजूद खत्म हो रहा है। जदयू का नीतीश कुमार को राष्ट्रीय राजनीति में भेजना एक मनोरंजक प्रयोग है।