PATNA: विपक्षी पार्टियों के गठबंधन I.N.D.I.A. की वर्चुअल बैठक में आज संयोजक पद को लेकर खूब खेल हुआ. बैठक के बाद जेडीयू ने ये आधिकारिक तौर पर कहा कि नीतीश कुमार को गठबंधन का संयोजक बनाने का प्रस्ताव आय़ा था लेकिन मना कर दिया गया. अब दूसरी खबर आ रही है, बैठक में लालू यादव को भी संयोजक बनाने की चर्चा हुई थी. उस पर नीतीश कुमार का रिएक्शन दिलचस्प था.
लालू को संयोजक बनाने की चर्चा
बैठक में शामिल एक नेता ने I.N.D.I.A. की वर्चुअल बैठक में संयोजक बनाने पर हुई चर्चा की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि वर्चुअल मीटिंग में दो नेताओं ने नीतीश कुमार को संयोजक बनाने का प्रस्ताव दिया. लेकिन नीतीश कुमार ने इंकार कर दिया. इसी बीच एक नेता ने कहा कि जब नीतीश जी संयोजक बनने को राजी नहीं हैं तो लालू यादव को I.N.D.I.A. गठबंधन का संयोजक बना देना चाहिये.
इसके बाद नीतीश कुमार की प्रतिक्रिया दिलचस्प थी. नीतीश कुमार ने लालू यादव का नाम सुनने के बाद कहा-ठीक ही है, लालू जी को बना दीजिये, अच्छा रहेगा. सूत्रों की मानें तो लालू यादव इस दौरान खामोश ही रहे. इसी बीच कांग्रेस की ओर से राहुल गांधी ने फिर से कहा कि नीतीश कुमार को संयोजक बनना चाहिये. तब जेडीयू की ओर से ललन सिंह ने कहा कि हमलोग अपनी पार्टी में राय विचार कर अपना फैसला बतायेंगे. बता दें कि इस वर्चुअल बैठक में जेडीयू की ओर से नीतीश कुमार के साथ साथ ललन सिंह औऱ संजय झा भी शामिल थे.
हालांकि I.N.D.I.A गठबंधन की ये बैठक रस्म अदायगी ही साबित हुई. इस बैठक में सीट शेयरिंग पर कोई चर्चा नहीं हुई. जेडीयू की ओर से बैठक में शामिल रहे मंत्री संजय झा ने कहा कि बैठक मे सीटों के बंटवारे पर कोई चर्चा नहीं हुई.
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक INDIA गठबंधन की वर्चुअल मीटिंग में 28 में से सिर्फ 10 दलों के नेता ही मीटिंग में मौजूद थे. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी इस वर्चुअल मीटिंग में शामिल नहीं हुई. उनकी तरफ से कहा गया है कि आखिरी समय में मीटिंग की सूचना मिलने की वजह से वो इसमें शामिल नहीं हो रही हैं. इस मीटिंग में एनसीपी नेता शरद पवार, कांग्रेस नेता राहुल गांधी और पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, सीपीआई नेता डी राजा, डीएमके के एम के स्टालिन, जेडीयू के नीतीश कुमार, नेशनल कॉन्फ्रेन्स के उमर अब्दुल्ला, सीपीएम के सीताराम येचुरी, आप के अरविंद केजरीवाल, राजद से लालू और तेजस्वी यादव, जेएमएम से हेमंत सोरेन और सपा से रामगोपाल यादव मौजूद थे.
सूत्र बता रहे हैं कि करीब दो घंटे तक चली मीटिंग में लेकिन किसी भी बात पर कोई सहमति नहीं बन सकी है। ना संयोजक पर कोई फैसला हो पाया और ना ही पीएम चेहरा पर कोई चर्चा हुई. सीट बंटवारे पर कुछ नेताओं ने चर्चा की लेकिन कांग्रेस की तरफ से कुछ ठोस प्लान बनाकर नहीं लाया गया था.