नीतीश बोले-प्रशांत किशोर को बिहार का ABC भी मालूम है? अंड-बंड बोलते रहता है, उसे भाजपा का मदद करने का मन होगा

नीतीश बोले-प्रशांत किशोर को बिहार का ABC भी मालूम है? अंड-बंड बोलते रहता है, उसे भाजपा का मदद करने का मन होगा

DELHI: बिहार में राजनीतिक जमीन तैयार करने में जुटे प्रशांत किशोर पर आज मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने तीखा हमला बोला. दिल्ली में मीडिया से बात करते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि प्रशांत किशोर की बात का कोई मतलब है. उसको बिहार का ABC भी मालूम है? अगर वह कोई बात बोलता है तो समझ लीजिये उसका मन बीजेपी के साथ रहने का होगा, बीजेपी को मदद करने का होगा।


बता दें कि प्रशांत किशोर बिहार के हर जिले की यात्रा कर रहे हैं. इस दौरान प्रशांत किशोर बीजेपी के साथ साथ नीतीश कुमार पर भी निशाना साध रहे हैं. PK ने भविष्यवाणी कर दी है कि 2025 के विधानसभा चुनाव से पहले नीतीश कुमारल का मौजूदा महागबंधन टूट जायेगा. वे ये भी कह चुके हैं कि नीतीश कुमार आगे भी पाला बदल सकते हैं, उनका कोई ठिकाना नहीं है. प्रशांत किशोर बिहार की दुर्दशा के लिए नीतीश कुमार को भी जिम्मेवार करार दे रहे हैं।


दिल्ली में आज मीडिया ने नीतीश कुमार से प्रशांत किशोर के आऱोपों पर सवाल पूछा। नीतीश का जवाब ये था कि “वो आदमी तो मेरे साथ आया था न. बाद में हम सुझाव दिये कि ये सब काम छोड़िये लेकिन नहीं माने. दूसरा-दूसरा देश भर में कितना पार्टी का काम करते रहे. उसका ई धंधा है. बिहार में जो ऊ अपना करना चाहता है, करे न भाई. उसके स्टेटमेंट का कोई अर्थ नहीं है.” 


नीतीश कुमार यहीं नहीं रूके. प्रशांत किशोर पर उनका हमला जारी रहा। “उनको पता है? ABC मालूम है? बिहार में क्या काम हुआ है. ई लोग को मालूम है कि अपना पब्लिसिटी लेने का, स्टेटमेंट देने का. ई सबका एक्सपर्ट है. वही सब अंड-बंड बोलता रहता है. कोई मतलब है उसके बात का.”


BJP की मदद कर रहे हैं पीके

नीतीश कुमार ने आरोप लगाया कि पीके बीजेपी की मदद के लिए काम कर रहे हैं. मीडिया से नीतीश ने कहा-आप जान लीजिये. अगर कोई इस तरह की बात बोलता है तो आप समझ लीजिये कि मन होगा कुछ. बीजेपी के साथ रहने का मन होगा. बीजेपी का भीतर से मदद करने वाला मन होगा।


बता दें कि प्रशांत किशोर नीतीश कुमार के बेहद करीब रह चुके हैं. 2015 के विधानसभा चुनाव में प्रशांत किशोर नीतीश कुमार के घर में रहकर उनके चुनावी प्रबंधन को संभाल रहे थे. चुनाव बाद प्रशांत किशोर नीतीश से अलग हुए. 2018 में वे फिर से जेडीयू में वापस आये तो नीतीश कुमार ने उन्हें पार्टी का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बना दिया था. लेकिन बाद में प्रशांत किशोर ने CAA, तीन तलाक समेत दूसरे विवादित मुद्दों पर भाजपा का साथ देने के लिए नीतीश कुमार की आलोचना की थी. इसके बाद उन्हें जेडीयू छोड़ना पड़ा था।