PATNA : बिहार में विकास को लेकर नीतीश सरकार की तरफ से जो दावे किए जाते हैं. उसकी हकीकत क्या है. इसकी पोल आज खुद सीएम नीतीश के सामने जनता दरबार कार्यक्रम में खुल गई. दरअसल बिहार में ज्यादातर इलाके को ओडीएफ घोषित किया जा चुका है. इसके बावजूद पूर्वी चंपारण से आए एक युवक ने मुख्यमंत्री के जनता दरबार कार्यक्रम में शिकायत की कि ओडीएफ नहीं होने के बावजूद उसके गांव को खुले में शौच मुक्त घोषित कर दिया गया. जबकि हकीकत यह है कि अब तक गांव में शौचालय निर्माण के लिए पहल नहीं की जा रही है.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सामने युवक ने कहा कि शौचालय के लिए हमें राशि नहीं दी जा रही. इस शिकायत को सुनने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार खासे नाराज हुए. उन्होंने तुरंत अधिकारियों को इस मामले में संज्ञान लेने के लिए कहा नीतीश कुमार ने कहा कि ऐसा कैसे संभव है. जब अधिकारी यह कह रहे हैं कि ओडीएफ किया जा चुका है. उसके बावजूद शौचालय निर्माण का काम जमीन पर क्यों नहीं किया गया.
बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज लगभग 150 लोगों की शिकायतों को सुनेंगे. इसके लिए पहले से लोगों ने रजिस्ट्रेशन करा रखा है. सुबह साढ़े 10 बजे से शुरू हुआ यह कार्यक्रम दोपहर तक चलेगा. बारी-बारी से शिकायतकर्ता सीएम से मिल रहे हैं और अपनी बात उनके सामने रख रहे हैं. सीएम नीतीश आज ग्रामीण विकास, ग्रामीण कार्य, पंचायती राज, ऊर्जा, पथ निर्माण, लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण, कृषि, सहकारिता, पशु एवं मत्स्य संसाधन, जल संसाधन, लघु जल संसाधन, उद्योग, गन्ना उद्योग, नगर विकास एवं आवास, खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण, परिवहन, आपदा प्रबंधन, पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन, योजना एवं विकास, पर्यटन, भवन निर्माण, सूचना एवं जनसंपर्क, वाणिज्यकर और सामान्य प्रशासन विभाग से जुड़े मामलों को सुन रहे हैं.
गौरतलब हो कि जनता दरबार में मुख्यमंत्री से अपनी शिकायत बताने के लिए आनलाइन रजिस्ट्रेशन कराना जरूरी है. रजिस्ट्रेशन के बाद अप्वाइंटमेंट मिलने पर ही आप मुख्यमंत्री से मिल सकते हैं. मुख्यमंत्री से मिलने के लिए आपको वेबसाइट www.jkdmm.bih.nic.in पर जनता दरबार सेक्शन में जाकर रजिस्ट्रेशन करना पड़ता है.
वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन के समय आवेदक को अपना नाम, पिता/पति का नाम, आधार नंबर, लिंग, जन्म का वर्ष, ईमेल और मोबाइल नंबर जैसी जानकारियां देनी होती है. इसके अलावा ओटीपी के जरिए रजिस्ट्रेशन पूरा होने के बाद आपको अपनी शिकायत के बारे में भी संक्षिप्त रूप से जानकारी देनी होती है. फिलहाल कोविड गाइडलाइन के कारण जनता दरबार में एक बार सीमित लोगों को ही बुलाया जाता है.