नेताजी सुभाष मेडिकल कॉलेज में डाक्टरों का दो दिवसीय सम्मेलन समाप्त: मरीजों के सुरक्षित इलाज पर हुई गहन चर्चा

नेताजी सुभाष मेडिकल कॉलेज में डाक्टरों का दो दिवसीय सम्मेलन समाप्त: मरीजों के सुरक्षित इलाज पर हुई गहन चर्चा

PATNA: अस्पताल में इलाज कराने आये मरीजों को संक्रमण से बचाने पर देश भर के चिकित्सकों ने दो दिनों तक गहन चिंतन किया. बिहटा के नेताजी सुभाष मेडिकल कॉलेज अस्पताल में आज इस सम्मेलन का समापन हुआ. 


डॉक्टरों के इस सम्मेलन के समापन समारोह में  बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा मौजूद रहे. उन्होंने कहा कि अस्पतालों में मरीजों को संक्रमण से बचाने के लिए डॉक्टरों की ये पहल सराहनीय है. डॉक्टरों को संक्रमण नियंत्रण के लिए नयी रणनीति अपनानी होगी. डिप्टी सीएम ने कहा कि अस्पताल में होने वाले संक्रमण से निपटने के लिए न केवल तकनीकी समाधान का रास्ता तलाशा जाना चाहिये बल्कि  बल्कि अस्पतालों की नीतियों और प्रबंधन में व्यापक सुधार की भी जरूरत है. विजय सिन्हा ने कहा कि बिहार सरकार स्वास्थ्य सेवा को बेहतर बना रही है ताकि मरीजों का बेहतर इलाज सुनिश्चित हो सके. 


डॉक्टरों के इस सम्मेलन के मुख्य संरक्षक नेताजी सुभाष मेडिकल कॉलेज अस्पताल के अध्यक्ष एम.एम. सिंह औऱ एमडी कृष्ण मुरारी रहे. एम.एम. सिंह ने सम्मेलन के समापन पर यह घोषणा कि डॉक्टरों का ऐसा सम्मेलन हर साल आयोजित किया जाएगा, ताकि मेडिकल माइक्रोबायोलॉजी के क्षेत्र में हो रहे अनुसंधान और नये प्रयोग का आदान-प्रदान होता रहे. एमडी कृष्ण मुरारी ने सम्मेलन के समापन में कहा कि अस्पताल में होने वाले संक्रमण की रोकथाम के लिए नेताजी सुभाष मेडिकल कॉलेज अस्पताल हर पहल करने को तैयार है. ताकि मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराई जा सके.


सम्मेलन की अध्यक्षता IAMM बिहार चैप्टर की अध्यक्ष डॉ. नम्रता कुमारी और सचिव डॉ. प्रियंका नारायण ने किया. अपने संबोधन में डॉ नम्रता ने कहा कि अस्पताल में संक्रमण का स्वरूप लगातार बदल रहा है. उससे निपटने के लिए नई रणनीतियों के साथ तैयार रहना जरूरी है. डॉ. कुमारी ने कहा कि अस्पतालों प्रबंधन को भी संक्रमण रोकने के लिए बेहतर प्रबंधन और आधुनिक तकनीक को अपनाना जरूरी है. 


इस सम्मेलन में आयोजन सचिव के रूप में नेताजी सुभाष मेडिकल कॉलेज के माइक्रोबायोलॉजी विभाग के अध्यक्ष  डॉ. मुकेश कुमार ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. विभाग की एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. अनुपमा सिंह ने आयोजन सह सचिव के रूप में अहम योगदान दिया. कार्यक्रम में नेताजी मेडिकल कॉलेज अस्पताल के प्राचार्य डॉ. अशोक शरण, प्राचार्य, डॉ. अरविंद प्रसाद और डॉ. रामजी प्रसाद, हरिहर दीक्षित, और डॉ. अजीत गुप्ता भी मौजूद रहे. 


दो दिवसीय सम्मेलन में विभिन्न तकनीकी सत्र आयोजित किए गए, जिसमें विशेषज्ञों ने अस्पताल में होने वाले संक्रमऩ के क्षेत्र में हो रहे नवीनतम शोध, तकनीकी प्रगति और चुनौतियों पर चर्चा की। शोध पत्रों और प्रस्तुतियों के माध्यम से यह स्पष्ट हुआ कि अस्पतालों को संक्रमण नियंत्रण के लिए सुदृढ़ प्रोटोकॉल और प्रणाली अपनाने की आवश्यकता है.  इस सम्मेलन ने न केवल HAI की चुनौतियों पर ध्यान केंद्रित किया, बल्कि इस महत्वपूर्ण मुद्दे पर जागरूकता बढ़ाने और नवाचार को प्रोत्साहित करने के लिए एक मजबूत मंच प्रदान किया है. इस सफल आयोजन ने बिहार के चिकित्सा जगत में संक्रमण नियंत्रण के प्रति जागरूकता बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है और यह भविष्य में इस मुद्दे पर ठोस प्रयासों के लिए प्रेरणा बनेगा. 


इस अवसर पर डॉ. यशवंत कुमार सिंह, डॉ. प्रभात कुमार, डॉ. शिवेंद्र कुमार शाही, डॉ. शंकर प्रकाश, डॉ. हरिलाल महतो, डॉ. उमेश शर्मा, डॉ. सुरेश नरायण शर्मा, डॉ. अनिमा एक्सेस, डॉ. सतेन्द्र एन सिंह, डॉ. रंजन कुमार श्रीवास्तव जैसे जानेमाने चिकित्सा विद को माइक्रोबायोलॉजी के क्षेत्र में  विशिष्ट योगदान के लिए Netaji Subhas Medical College & Hospital, Bihta, Patna के द्वारा सम्मानित किया गया ।