NEET पेपर लीक के सवाल से कन्नी काट गए सीएम नीतीश : बात बदलकर बापू टावर का करने लगे बखान

NEET पेपर लीक के सवाल से कन्नी काट गए सीएम नीतीश : बात बदलकर बापू टावर का करने लगे बखान

PATNA : नीट पेपर लीक कांड को लेकर पूरे देश का सियासी पारा चरम पर है। इस पेपर लीक के तार भी बिहार से जुड़े हैं। खासकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह जिला नालंदा के लोगों की संलिप्तता पूरे मामले में सामने आ रही है। आज जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से नीट पेपर लीक मामले से जुड़ा सवाल पूछा गया तो वह सवाल टाल गए और बात बदलकर बापू टावर का बखान करने लगे।


दरअसल, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार रविवार की सुबह-सुबह निर्माणाधीन बापू टावर के निर्माण कार्य का जायजा लेने पहुंचे थे। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बापू टावर का निरीक्षण किया। इस दौरान उनके साथ मंत्री विजय चौधरी और राज्यसभा सांसद संजय झा भी मौजूद थे। इस दौरान मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को एक से दो महीने के अंदर बापू टावर को खोलने का निर्देश दिया।


इस दौरान जब वहां मौजूद मीडियाकर्मियों ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से नीट प्रश्नपत्र लीक से जुड़ा सवाल पूछा तो वह उस सवाल पर चुप्पी साध गए और बात बदलकर बापू टावर के बारे में बताने लगे। बापू टावर जल्द ही बन रहा है। हम तो बराबर देख ही रहे हैं। इन लोगों को काम करने थोड़ी देर हो रही है लेकिन हम बराबर आकर देख रहे हैं। जल्दी से जल्दी एक डेढ़ महीना के भीतर हम इसका काम पूरा करवा देंगे। वही तो हम देखने न आते हैं जी। मेरा पहले का सुझाव रहा है, एक महीना में तैयार हो जाएगा।


बता दें कि पूरे देश में NEET पेपर लीक कांड को लेकर हंगामा मचा हुआ है। अबतक इस मामले में पुलिस कई लोगो को गिरफ्तार कर चुकी है। उम्मीद जताई जा रही है कि पटना पुलिस जल्द ही पेपर लीक के मास्टरमाइंड कर पहुंच जाएगी। पेपर लीक करने का आरोप मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह जिले नालंदा के रहने वाले बाप-बेटे पर लगा है। संजीव मुखिया उर्फ लूटन और उसके बेटे शिव कुमार पर नीट का पेपर लीक करने का आरोप है। फिलहाल संजीव मुखिया फरार है जबकि उसका बेटा बीपीएससी पेपर लीक कांड में पहले से ही जेल में बंद है।


इस मामले को लेकर विपक्ष हमलावर बना हुआ है और केंद्र से लेकर बिहार सरकार को घेरने की कोशिश कर रहा है। तेजस्वी यादव ने डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी और पेपर लीक में शामिल सेटर अमित आनंद का फोटो जारी किया था। जबकि पेपर लीक के मास्टरमाइंड संजीव मुखिया के नालंदा के होने पर भी सवाल उठ रहे हैं। वहीं केंद्र सरकार की भी इस मामले को लेकर खूब किरकिरी हो रही है। ऐसे में मुख्यमंत्री ने इस मामले में कुछ बोलने के बजाए चुप्पी साध लेना ही उचित समझा।