NDA में शामिल होंगे कुशवाहा ! बोले - समय आएगा तो बताएंगे BJP से क्या हुई डील

NDA में शामिल होंगे कुशवाहा ! बोले - समय आएगा तो बताएंगे BJP से क्या हुई डील

PATNA : जेडीयू से अलग होकर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के लव - कुश समीकरण को झटका देने वाले उपेंद्र कुशवाहा भाजपा में शामिल होंगे यान नहीं यह सबसे बड़ा सवाल बना हुआ था।  जसिके बाद बीती रात उनके देश के गृह मंत्री अमित शाह से मुलाक़ात से बाद से यह सवाल और तेजी से साथ चर्चा में आने वाले लगा।  इसके बाद अब आज खुद उपेंद्र कुशवाहा ने इन सवालों को लेकर चुप्पी तोड़ डाली है। कुशवाहा ने कहा है कि, समय आने दीजिए हम सबकुछ बता देंगे कब कहां जा रहे हैं।  लेकिन, इतना साफ़ है कि 2024 के चुनाव में मोदी के सामने कोई टिकने वाला नहीं है। 


दरअसल, रालोजद के संस्थापक उपेंद्र कुशवाहा बीते शाम भाजपा नेता और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाक़ात करने पहुंचे। इस दौरान दोनों के बीच काफी लंबी बातचीत हुई। उसके बाद अब आज कुशवाहा बिहार लौटने के बाद इस मुलाक़ात को लेकर बड़ी बात कही है।  कुशवाहा ने कहा है कि - अमित शाह से मेरी मुलाक़ात हुई है तो यह साफ़ है कि कुछ न कुछ तो बात हुई ही होगी। किसी से भी मुलाकात बातचीत करने के लिए ही होती है तो जाहिर बात है कि कुछ न कुछ तो बात हुई होगी। अब सवाल यह है कि, क्या बात हुई तो उसके लिए आप लोग जो अटकलें लगा रहे है वो लगाने के लिए स्वतंत्र हैं।  


इसके आगे जब उनसे यह सवाल किया गया कि, अमित शाह के तरफ से उनके क्या ऑफर मिला और क्या कुछ डील हुई तो कुशवाहा ने कहा कि - उनसे हमारी क्या बात हुई यह जब मुझे आवश्यकता महसूस होगी तब मैं आप लोगों को बता दूंगा। अभी कौन सी बात बताएंगे कौन सी नहीं इसको लेकर लोगों को कयास लगाने दीजिए। कुछ तो वो लोग भी बतांएगे। 


इसके आलावा जब उसने यह सवाल किया गया कि, आप फिर से एनडीए में शामिल हो रहे हैं इस बात की भी चर्चा की जा रही है। तो उन्होंने कहा कि, इसको लेकर जब मुझे आपलोगों को जानकारी देनी होगी तो दे दिया जाएगा।अभी हम तैयार नहीं है कि हम आप लोगों से हर कुछ शेयर कर पाए।  लेकिन, इतना साफ़ है कि, नरेंद्र मोदी के सामने 2024 में कोई चैलेंज ही नहीं है। 


नीतीश कुमार की विपक्षी एकजुटता के प्रयास पर कहा कि क्या नया था? मुलाकात के बाद जब मीडिया से मुखातिब हुए तो उस वक्त नीतीश कुमार के साथ वही लोग थे जो बिहार में नीतीश कुमार के साथ होते हैं। नीतीश कुमार ने जिन जिन विषयों पर जो जो पॉलिसी बनाई है उनमें से अधिकांश पॉलिसी का खामियाजा आज राज्य भुगत रहा है।