PATNA : बिहार में कोरोना की तीसरी लहर जबरदस्त तरीके से एक्टिव हुई है. संक्रमण के मामलों में अचानक से उछाल आया है. और राजधानी पटना में सबसे ज्यादा संक्रमित पाए जा रहे हैं. संक्रमण की बड़ी रफ्तार के पीछे एक महत्वपूर्ण वजह नए साल का जश्न मनाया जा रहा है. नए साल का जश्न मनाने के लिए जो लोग पटना से बाहर गए. अब वह संक्रमित होकर वापस लौट रहे हैं. बता दें दिल्ली, पुणे और गोवा जैसे शहरों में जाकर नए साल का जश्न मनाने वाले पटना के लोग जब वापस लौटे हैं तो उनमें संक्रमण पाया जा रहा है.
मंगलवार को पटना एयरपोर्ट पर 7 ऐसे यात्री कोरोनावायरस जो गोवा, दिल्ली और पुणे से अलग-अलग फ्लाइट से पटना वापस पहुंचे थे. पटना एयरपोर्ट पर आने वाले यात्रियों की स्क्रीनिंग और कोरोना जांच की जा रही है. इसी दौरान इन सात यात्रियों को पॉजिटिव पाया गया. इनमें से कई यात्री ऐसे हैं जो नए साल का जश्न मनाने के लिए बाहर गए थे. गोवा जैसे शहर में नए साल के जश्न के दौरान कोरोना का जबरदस्त फैला हुआ है. गोवा में अचानक से संक्रमण के आंकड़े बड़े हैं. लेकिन जो लोग बाहर के राज्यों से वहां पहुंचे थे. वह अपने राज्यों में संक्रमण लेकर वापस जा रहे हैं. और उन राज्यों में भी नए केसों की संख्या इसी वजह से बढ़ रही है.
हैरत की बात यह है कि पटना एयरपोर्ट पर कोरोना जांच करने वाले तीन कर्मी भी पॉजिटिव हो गए हैं. इन सभी का एंटीजन टेस्ट पॉजिटिव आया है. अब आरटी पीसीआर टेस्ट के लिए सैंपल लिया गया है. अब तक पटना एयरपोर्ट पर एक साथ 7 यात्री कभी भी पॉजिटिव नहीं मिले थे. कोरोना की पहली लहर हो या फिर दूसरी लहर, एक दिन के अंदर सात यात्रियों के पॉजिटिव मिलने का यह पहला मामला है.
पटना एयरपोर्ट पर तो शक्ति के साथ पूर्ण की जांच की जा रही है. लेकिन रेलवे स्टेशनों पर अभी भी जांच में ज्यादा सख्ती नजर नहीं आ रही. बिहार के बाहर से आने वाले रेल यात्रियों में कोरोना का संक्रमण होने की आशंका है. लेकिन जांच की रफ्तार वैसी नहीं है जैसी होनी चाहिए. अब देखना होगा सरकार रेल यात्रियों की जांच के लिए किस तरह से मुस्तैदी दिखाती है. अगर इसमें देरी हुई तो वाकई बिहार के लिए यह खतरनाक स्थिति होगी.