PURNEA: पूर्णिया में एक नवनिर्वाचित सरपंच पति का क्रुर चेहरा सामने आया है। जहां प्रेम विवाह करने पर एक युवती की जमकर पिटाई कर दी। डंडे से पीटते हुए युवती से जबरन एफिडेविट पर हस्तांक्षर कराने की कोशिश की गयी। युवती की पिटाई का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। हालांकि फर्स्ट बिहार वायरल इस वीडियो की पुष्टि नहीं करता है।
मामला पूर्णिया के केनगर थाना क्षेत्र के गणेशपुर पंचायत का है। पीड़िता पूर्णिया के भवानीपुर थाना क्षेत्र के सुनवा बलिया गांव की रहने वाली है। इस महिला का गणेशपुर पंचायत के बैरगाछी गांव निवासी युवक के साथ प्रेम प्रसंग चल रहा था। दोनों ने मंदिर में जाकर शादी कर ली थी। जो युवक के परिजनों को इसलिए नागवार गुजरा क्योंकि दोनों अलग-अलग जाति के हैं।
इसके बाद न्याय की उम्मीद लेकर युवती सरपंच के घर पहुंची जहां सरपंच के पति का सुरेंद्र चौधरी का तालिबानी चेहरा सामने आया। वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि कैसे युवती सरपंच पति सुरेन्द्र चौधरी का पैर पकड़ रही है। वह कह रही है कि वो अपने पति के साथ रहना चाहती है।
वह सरपंच पति सुरेंद्र चौधरी लड़के को छोड़ने का फरमान जारी करते हुए कहा कि लड़के के साथ कोई संबंध नहीं है यह लिखा हुआ है इस पर साइन करो। युवती ऐसा करने से इनकार करने लगती है फिर क्या था सुरेंद्र चौधरी आगबबूला हो गया और डंडे से पिटाई करने लगा। इस दौरान युवती को भद्दी भद्दी गालियां भी दी गयी ।
इस मामले में न्याय मित्र नवल मंडल भी महिला से जबरन हस्ताक्षर कराते दिखे और यह कहते नजर आए कि तुम्हारे मां-बाप ने साइन कर दिया है तुम भी साइन कर दो कुछ नहीं होगा। वीडियो वायरल होने के बाद जब इस संबंध में किशनगढ़ प्रशासन से फोन कर बात की गयी तो उन्होंने इस बात की जानकारी नहीं होने की बात कही।
वहीं एसपी दयाशंकर ने कहा कि मामले की जांच के लिए केनगर थाना को भेजा गया है। वही प्रेमी ने बताया कि जलधरी पर्व में दोनों के बीच पहचान हुई थी तभी से बातचीत होने लगी। उसने युवती को मोबाइल खरीद कर भी दिया। दो साल से दोनों के बीच बातचीत होती रही। लेकिन एक दिन उसकी बहन ने बात करते देख लिए और मोबाइल छिन लिया।
जिसके बाद लड़की घर से भागकर उससे मिली और फिर दोनों ने मंदिर में शादी रचा ली। अलग-अलग जाति से होने के कारण उनके परिजन इस शादी से नाखुश थे। युवती की पिटाई का जो वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है उसकी पुष्टि फर्स्ट बिहार झारखंड नहीं करता है।