PATNA: बीजेपी में ऐसा कम होता कि किसी राज्य में प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति हो और चार दिनों के अंदर खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उसे मिलने के लिए बुला लें। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज दिल्ली में बीजेपी के नव नियुक्त प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी से मुलाकात की। सोमवार को भाजपा प्रदेश अध्यक्ष का कार्यभार संभालने वाले सम्राट अगले ही दिन दिल्ली पहुंच गये. वहां प्रधानमंत्री के साथ उनकी मुलाकात लगभग 20 मिनट तक चली।
प्रधानमंत्री से मुलाकात के बाद सम्राट चौधरी ने खुद ट्वीट कर इसकी जानकारी दी. उन्होंने ट्वीटर पर लिखा “देश के यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी से मिलकर उनका आशीर्वाद एवं मार्गदर्शन प्राप्त किया. उनके कुशल नेतृत्व में राष्ट्र का सर्वांगीण विकास हो रहा है. उन्होंने मुझे बिहार बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष पद पर मनोनयन के लिए बधाई एवं शुभकामनाएं दी.”
बंद कमरे में क्या हुई बात
प्रधानमंत्री के साथ बीजेपी के नये प्रदेश अध्यक्ष की मुलाकात में सिर्फ उतनी बातें नहीं हुई जितनी ट्विटर के जरिये बतायी गयी. फर्स्ट बिहार को सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नवनियुक्ति प्रदेश अध्यक्ष को कई टिप्स दिये हैं. दोनों के बीच बातचीत में 2024 के लोकसभा और 2025 के विधानसभा चुनाव पर चर्चा हुई. जो जानकारी मिल रही है उसके मुताबिक प्रधानमंत्री ने सम्राट चौधरी को 2024 के लोकसभा चुनाव में बिहार की 40 सीटों में से कम से कम 35 सीटों पर जीत हासिल करने का टारगेट दिया है. नरेंद्र मोदी ने अगले लोकसभा चुनाव में बीजेपी के संभावित गठबंधन पर भी चर्चा की. फर्स्ट बिहार को सूत्रों ने बताया कि इस बातचीत में चिराग पासवान से लेकर मुकेश सहनी पर भी चर्चा हुई।
प्रधानमंत्री ने सम्राट चौधरी से पशुपति कुमार पारस के नेतृत्व वाली लोजपा के हाल पर भी चर्चा की. एक दिन पहले ही पशुपति पारस अपने गुट के सांसदों के साथ प्रधानमंत्री से मिले थे. भाजपा नेतृत्व ये मान रहा है कि पारस का अपने आधार वोटरों पर ठोस पकड़ नहीं है. सूत्रों के मुताबिक प्रधानमंत्री ने बीजेपी के नये प्रदेश अध्यक्ष को अति पिछडों और दलित वोटरों के बीच पैठ बढ़ाने का टास्क दिया है. भाजपा नेतृत्व की रणनीति ये है कि 2024 और 2025 के चुनाव में महागठबंधन को एमवाई समीकरण तक सिमटा दिया जाये।
प्रधानमंत्री औऱ सम्राट चौधरी की बातचीत में फिर से ये क्लीयर हुआ कि बीजेपी अब नीतीश कुमार से दोस्ती नहीं करने जा रही है. इसलिए कोशिश ये की जानी चाहिये कि नीतीश कुमार का जो कुछ भी वोट बैंक है वह बीजेपी के खाते में आ जाये. भाजपा के नये प्रदेश अध्यक्ष को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के निर्देशानुसार काम करने की भी सलाह दी गयी है. अमित शाह ने बिहार में बीजेपी को अपने दम पर सत्ता में पहुंचाने का जिम्मा उठाया है. सम्राट चौधरी अमित शाह की ही पसंद माने जा रहे हैं।