NALANDA : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह जिला नालंदा में जहरीली शराब से मौत मामले में राजनीति तेज है. जाप के राष्ट्रीय अध्यक्ष पप्पू यादव बिहार शरीफ के छोटी पहाड़ी पहुंचे जहां उन्होंने जहरीली शराब पीने से 11 लोगों की मौत के पीड़ित परिवारों से मुलाकात कर शोक संवेदना दी. पप्पू यादव ने पीड़ित परिवार के लोगों की आर्थिक मदद भी की.
पप्पू यादव ने जहरीली शराब से मौत को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की तीखी आलोचना करते हुए शराबबंदी के तरीके पर सवाल उठाया है. उन्होंने कहा कि शराब महंगी और जान सस्ती हो गई है. नीतीश के गृहजिला में सबसे ज्यादा शराब बिकता है. बिहार अवैध रूप से शराब बिक रही है और इससे ही ज्यादा कमाई हो रही है.
उन्होंने कहा कि पहले बिहार की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए हर गली-मोहल्ले, चौक-चौराहे पर शराब की दुकान खोल दी. जब लोग नशे के आदी हो गये तो आप राम राममोहन राय और दयानंद सरस्वती बन रहे हैं. आप शराबबंदी पर पुनर्विचार करिये, तरीके चेंज करिये.
जाप सुप्रीमो ने कहा कि 13 लोगों की मौत हो गयी है और आप छिपा रहे हैं. आप सच्चाई को छिपाना क्यों चाहते हैं. यहां शराब माफियाओं को कोई डर ही नहीं है. उनको लगता है कि वे भगवान हैं, सरकार हैं. इसके पहले भी यहां 3-4 घटनाएं घट चुकी हैं. पप्पू यादव ने कहा कि 6 लाख 32 हजार लोग जेल में हैं. शराब माफियाओं की आप संपत्ति जब्त नहीं करते हैं. जो लोग जेल में हैं, उनमें कोई नेता-पदाधिकारी क्यों नहीं है. क्या कोई नेता-पदाधिकारी शराब नहीं पीता है. नेताओं-पदाधिकारियों को जेल जाने से आखिर कौन रोक रहा है.
उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट भी शराबबंदी को गलत कह चुका है. बीजेपी भी कह रही है कि यह ढोंग है, बकवास है तो क्या शराब बनवाने और बंटवाने बीजेपी शामिल है, इसमें विपक्ष के लोग शामिल हैं? जदयू के लोग शामिल नहीं हैं? चौकीदार-थानेादार को सस्पेंड करने की बात कहेंगे तो वह बतायेगा कि यहां शराब बिकती है?
पप्पू यादव ने सीएम नीतीश से अनुरोध किया कि नेताओं और अफसरों की जिम्मेदारी तय करिये. यहां जान सस्ती और शराब महंगी है. पप्पू यादव ने इस मामले को लेकर हाईकोर्ट जाने की बात भी कही. जाप के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने शराबकांड पर कहा जब कृषि कानून बिल वापस हो सकता तो फिर शराबबंदी कानून क्यों नहीं.